नोएडा में गांजा तस्करी के आरोपी से रिश्वत लेते पुलिसकर्मी का वीडियो हुआ वायरल, पूरी चौकी सस्पेंड
नोएडा सेक्टर-57 चौकी के एक पुलिसकर्मी का रिश्वत लेते हुए वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। आरोप है कि पुलिसकर्मी ने गांजा तस्करी मामले में एक युवक को उठाने के बाद उसे 20 हजार रुपये रिश्वत लेकर छोड़ दिया। पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर देर रात चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर लोकेश शर्मा सहित पूरी चौकी को सस्पेंड कर दिया गया।
वायरल वीडियो में एक युवक और पुलिसकर्मी सहित कुल तीन लोग नजर आ रहे हैं। एक युवक पुलिसकर्मी को रुपये देता हुआ दिख रहा है। पुलिस कमिश्नर ऑफिस ने इसकी जांच के निर्देश दिए। एडीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि जांच के दौरान सामने आया कि संबंधित वीडियो सेक्टर-58 थानाक्षेत्र की सेक्टर-57 चौकी का है।
पुलिस ने बिशनपुरा से नवरंग नाम के युवक को गांजा तस्करी के आरोप में 14 सितंबर को उठाया था। नवरंग का आरोप है कि चौकी के एक पुलिसकर्मी ने देर शाम को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेने के बाद उसे छोड़ दिया। इस दौरान पीड़ित के एक साथी ने वीडियो बना ली। हालांकि, नवरंग के अनुसार, तीन पुलिसकर्मी इसमें शामिल हैं।
एडीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि सिपाही द्वारा रिश्वत लेने के मामले में पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर सेक्टर-57 चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर लोकेश शर्मा सहित पूरी चौकी को सस्पेंड कर दिया गया है। सस्पेंड पुलिसकर्मियों में इंचार्ज सहित हेड कॉन्स्टेबल राजकुमार त्यागी, सिपाही सोनू कुमार और अंकित बालियान शामिल हैं।
वायरल वीडियो में सिपाही सोनू कुमार रिश्वत लेते हुए नजर आ रहा है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस सिपाही सोनू को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
पहले भी दागदार होती रही है खाकी
● फरवरी 2021 व्यावसायिक वाहन चालकों से वसूली करने के आरोप में ओखला बैराज चौकी में तैनात चौकी प्रभारी गिरिराज किशोर, हेड कॉन्स्टेबल केश, हेड कॉन्स्टेबल ब्रिजेश कुमार, कॉन्स्टेबल उपेंद्र कुमार, कॉन्स्टेबल मनोज कुमार, कॉन्स्टेबल अमित कुमार और कॉन्स्टेबल धनुषवीर को सस्पेंड किया गया था।
● जून 2019 दुष्कर्म का झूठा केस दर्ज कराकर रिश्वत लेने के मामले में सेक्टर 44 के चौकी इंचार्ज समेत कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
● जनवरी 2019 सेक्टर 20 थाने के तत्कालीन एसएचओ इंस्पेक्टर मनोज पंत को आठ लाख की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया गया था।