सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी डा. रणबीर सिंह ने दिए प्रधानाचार्यों को बेहतर सुझाव

LP Live, Muzaffarnagar: शहर के पीआर पब्लिक स्कूल में जनपद स्तरीय प्रधानाचार्य मीट 2022 कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में देहरादून सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी डा. रणबीर सिंह रहे। इस अवसर उन्होंने प्रधानाचार्याें को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कार्यक्रम का शुभारंभ डा. रणबीर सिंह ने मां सरस्वती के प्रतिमा के सम्मुख द्वीप प्रज्जवलित कर किया। इसके बाद पब्लिक स्कूल के मैनेजमेंट व जिले के विभिन्न स्कूल के प्रबंधक व प्रधानाध्यापकों ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर फुगाना के ग्लोबल पब्लिक स्कूल के छात्रों ने बैंड द्वारा मनमोहक धुन बजा कर उन्हे एस्कॉर्ट किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानाचार्याों के साथ बैठक ली, जिसमें सिटी कोऑर्डिनेटर अनीता दत्ता व अन्य प्रधानाचार्यों ने भी प्रतिभाग किया, जिसमें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। कार्यक्रम में दौरान स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा मनमोहक प्रस्तियां दी गई। जिले के दोनो सहोदया के अध्यक्ष रुहामा अहमद व प्रमोद त्यागी , इंडिपेंडेंट स्कूल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आर्य और सिटी कोऑर्डिनेटर अनिता दत्ता ने भी अपने विचार रखे। डा. रणवीर सिंह ने कहा कि एनईपी 2020 को सही रूप से लागू करने तथा उसके रिकॉर्ड्स को सही रूप में अपने पास सुरक्षित रखें। उन्होंने बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए अतिरिक्त कक्षा को चलाने के सुझाव दिए, ताकि स्कूल के रिजल्ट को बेहतर किया जा सके, वही सभी स्कूल के बच्चों को एकेडमिक से अलग खेलकूद सांस्कृतिक गतिविधियों, एवम सीबीएसई के द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास के मद्देनजर किए जाने वाले प्रयासों में बच्चो को भाग लेने के लिए उत्साहित करने के लिए विशेष रूप से प्रयास किया जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमें सबको एक टीम के रूप में कार्य करना चाहिए तथा अपने जिम्मेदारियों का अच्छे से निर्वाह करना चाहिए। सीबीएसई द्वारा परीक्षा के लिए निर्धारित दिशा निर्देश का सही से पालन करें। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रधानाध्यापकों के द्वारा शैक्षिक स्तर को ऊपर उठाने के लिए दिए गए सुझावों पर अमल करें। इस अवसर पर मुजफ्फरनगर और देवबंद के 100 से अधिक सीबीएसई स्कूलों के प्रधानाध्यापक ने भी कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में संदीप मालिक, अतुल कुमार, दुष्यंत त्यागी, शिव कुमार, गरिमा वर्मा, नीरज बलियान जी, सुघोष आर्य आदि का सहयोग रहा।
