धुम्रपान और शराब से युवाओं को लग रही एवास्कुलर नेक्रोसिस की बीमारी
25 से 40 की उम्र के बीच के मरीज बढ़ने से चिकित्सक जता रहे चिंता। हड्डी रोगों से जुड़ी यह बीमारी पैदा होने से विकलंगता का खतरा। कोरोना के बाद बढ़े मरीज, धूम्रपान सहित कई कारण
LP Live, Desk: हड्डी रोगों से जुडी एवास्कुलर नेक्रोसिस की बीमारी युवाओं को तेजी से अपनी चपेट में ले रही है। इसके कारण धम्रपान, शराब सहित विर्जिस क्लब यानी जिम में लिया जा रहा एस्टारायड के अत्याधिक सेवन बन रहा है। चिकित्सकों का मानना है कि कोराेना के बाद इस बीमारी से ग्रसित मरीज अधिक पहुंच रहे हैं, जिसके इलाज के लिए गंभीरता बरती जा रह है। बताया जा रह है कि यह बीमारी युवाओं में धीरे-धीरे दिव्यांगता भी पैदा कर सकती है, जो भविष्य के लिए बड़ा खतरा है।
बीएएमएस चिकित्सक डा. अमित कुमार बताते हैं कि एवास्कुलर नेक्रोसिस हड्डी की बीमारी है, जो हड्डी के ऊतकों में रक्त का प्रवाह रोकती है। यह बीमारी होने की स्थिति में जोड़ों में रक्त का प्रवाह कम होने के कारण वह जोड़ क्षतिग्रसत होकर दिव्यांगता उत्पन करने लगते हैं। डा. अमित का कहना है कि यह शरीर के किसी भी जोड़ को प्रभावित कर सकता है। इसमें कंधे का जोड़, जबड़ा, आदि भी शामिल है। यह बीमारी 25 से 40 वर्ष तक की आयु के युवाओं में भी सामने आ रही है। इसके इलाज के लिए युवा चिकित्सकों के चक्कर लगा रहे हैं।
इन कारणों से बढ़ रही बीमारी
– अत्यधिक धूम्रपान और शराब का सेवन
– किसी भी रूप में एस्टायड का सेवन।
– दुर्घटना होने पर।
– कुछ दवाइयों के दुष्परिणाम होने से।
– रक्त विकार और खून की कमी होना।
यह है एवास्कुलर नेक्रोसिस के लक्षण
– रूक-रूक कर होने वाला जोड़ो का दर्द।
– दर्द के साथ जोड़ों में अकड़न होना।
– सुबह उठने पर जोड़ों का अकड़ जाना।
– सीढ़ियां चढ़ने, खड़े होने या चलने में कठिनाई।