LP LIVE, New Delhi:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने लोकप्रिय प्रोग्राम ‘मन की बात’ के 94 वां एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के अपने पारंपरिक अनुभवों को आधुनिक विज्ञान से जुड़ने का जिक्र करते हुए कहा कि इसकी वजह से आज हम, सौर ऊर्जा से बिजली बनाने वाले सबसे बड़े देशों में शामिल हो गए हैं। सौर ऊर्जा से कैसे हमारे देश के गरीब और मध्यम वर्ग के जीवन में बदलाव आ रहा है, वो भी अध्ययन का विषय है। देश के पहले सूर्य ग्राम गुजरात के मोढेरा चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मोढेरा सूर्य ग्राम के ज्यादातर घर, सोलर पावर से बिजली पैदा करने लगे हैं। अब वहां के कई घरों में महीने के आखिर में बिजली का बिल नहीं आ रहा, बल्कि, बिजली से कमाई का साधन बन रहा है। हमारा देश, सोलर और स्पेस सेक्टर में भी कमाल कर रहा है, जिससे आज पूरी दुनिया भारत की ये उपलब्धियां देखकर हैरान है।
छठ पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छठ मैया सबकी समृद्धि, सबके कल्याण का आशीर्वाद देती है और सूर्य उपासना की परंपरा इस बात का प्रमाण है, जो ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी उदाहरण है। उन्होंने कहा कि सूर्य देव का ही ये वरदान है कि ‘सौर ऊर्जा’ आज एक ऐसा विषय है, जिसमें पूरी दुनिया अपना भविष्य देख रही है और भारत के लिए तो सूर्य देव सदियों से उपासना ही नहीं, जीवन पद्धति के भी केंद्र में रह रहे हैं। मोदी ने कहा कि भारत ने दीपावली से ठीक एक दिन पहले एक साथ 36 स्टेलाइट को अंतरिक्ष में स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि इससे अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत के लिए अवसरों के नए द्वार भी खुले हैं। भारत में पहले स्पेस सेक्टर सरकारी व्यवस्थाओं के दायरे में ही सिमटा हुआ था। जब से यह सेक्टर भारत के युवाओं ओर निजी सेक्टर के लिए खोला गया,तब से इसमें क्रांतिकारी परिवर्तन आने लगे हैं।
स्टार्टअप ने जोड़े नए आयाम
उन्होंने कहा कि भारतीय औद्योगिक के क्षेत्र में स्टार्टअप नए-नए आयाम और नई-नई तकनीकी लाने में जुटे हैं। विशेषकर इसमें स्पेस के सहयोग से बड़ा बदलाव होने जा रहा है। स्पेस के जरिए गैर–सरकारी कंपनियों को भी अपने पेयलोड और स्टेलाइट लांच करने की सुविधा मिल रही है। उन्होंने कहा कि जब स्टूडेंट पावर की बात होती है तो इसको छात्रसंघ चुनावों से जोड़कर उसका दायरा सीमित कर दिया जाता है। लेकिन स्टूडेंट पावर का दायरा बहुत बड़ा और विशाल है, जो भारत को पावरफुल बनाने का आधार है। आज के युवा, जिस तरह देश के लिए काम कर रहे हैं, नेशन निर्माण में जुट गए हैं, उसे देखकर उन्हें पूरी उम्मीद है कि हमारे युवा हैकाथॉन में समस्या समाधान करने का जो काम कर रहे है वह बहुत ही प्रेरणा देने वाला है। उन्होंने पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता, हमारे समाज के कण-कण में समाहित है और इसे हम अपने चारों ओर महसूस कर सकते हैं। देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं, जो पर्यावरण की रक्षा के लिए अपना जीवन खपा देते हैं।
राष्ट्रीय एकता दिवस
उन्होंने कहा कि कल 31 अक्टूबर सोमवार को को राष्ट्रीय एकता दिवस है, सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जन्म-जयन्ती का पुण्य अवसर है। इस दिन देश के कोने-कोने में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जाता है। ये दौड़, देश में एकता के सूत्र को मजबूत करती है, हमारे युवाओं को प्रेरित करती है। ‘जुड़ेगा इंडिया तो जीतेगा इंडिया’ की थीम के साथ राष्ट्रीय खेलों ने जहां एकता का मजबूत सन्देश दिया, वहीं भारत की खेल संस्कृति को भी बढ़ावा देने का काम किया है।
भगवान बिरसा मुंडा का जिक्र
मोदी ने कहा कि नवम्बर महीने में 15 तारीख को हमारा देश जन-जातीय गौरव दिवस मनाएगा। आपको याद होगा, देश ने पिछले साल भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयन्ती के दिन आदिवासी विरासत और गौरव को मनाने के लिए ये शुरुआत की थी। भगवान बिरसा मुंडा ने अपने छोटे से जीवन काल में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लाखों लोगों को एकजुट कर दिया था। उन्होंने भारत की आजादी और आदिवासी संस्कृति की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया था। इससे आज भी हम देश के आदिवासी समाजों से प्रकृति और पर्यावरण को लेकर बहुत कुछ सीख सकते हैं।