मुजफ्फरनगर के शिक्षकों का रूक सकता है वेतन, यह है मुख्य वजह


LP Live, Muzaffarnagar: यू-डायस पोर्टल पर स्कूलों में अध्यनरत छात्र-छात्राओं की अपार आईडी बनाने में लापरवाही दिखा रहे स्कूलों को लेकर विभाग सख्त हो रहा है। 24 जनवरी को चेतावनी तिथि तक भी सभी स्कूलों ने अपने छात्र-छात्राओं की अपार आईडी बनाकर डाटा अपलोड़ नहीं किया है। माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक और प्रधानाचार्यों सहित राजकीय स्कूलों के स्टाफ का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
सीबीएसई और उत्तर प्रदेश माध्यमिक बोर्ड के विद्यालयों में पढ़ने वाले सभी छात्र-छात्राओं की इस सत्र में अपार आईडी (आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री) का निर्माण होना था। यह प्रतिएक छात्र की एक व्यक्तिगत आईडी होगी, जिससे एक क्लिक पर छात्र का पूर्ण डाटा सभी के सामने होगा। यू-डायस प्लस पोर्टल पर यह आईडी अपलोड होगी। स्थानीय जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यायल से सभी विद्यालयों को छात्र की इस आईडी के साथ डाटा भेजने के लिए अंतिम तिथि 15 जनवरी निर्धारित की थी, लेकिन इसके बाद भी जनपद के 383 विद्यालयों ने लापरवाही दिखाते हुए पोर्टल में छात्रों की अपार आईडी अपलोड नहीं की गई थी। इन सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को डीआईओएस ने नोटिस जारी कर अंतिम चेतावनी तिथि 24 जनवरी निर्धारित की गई थी। शुक्रवार तक माध्यमिक विद्यालयों में अध्यनरत छात्रों में 47 प्रतिशत की ही अपार आईडी बनी। वहीं, 65 प्रतिशत राजकीय विद्यालयों के छात्रों की अपार आईडी बनाई गई। कार्यपूर्ण नही होने पर डीआईओएस अपार आईडी नहीं बनाई जाने वाले स्कूलों के शिक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं, जिसके लिए आज विभाग में कार्य समीक्षा होगी। इसको लेकर शिक्षकों में भी परेशानी पैदा हो गई है, क्योंकि वेतन के लिए बनने वाले बिलों को रोका गया है।

जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश श्रीवास ने बताया कि यू-डायस पोर्टल पर सभी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की अपार आईडी बनाकर डाटा अपडेट करने के लिए स्कूलों को निर्देश दिए थे। इसमें लापरवाही दिखाने वाले माध्यमिक और राजकीय स्कूलों के शिक्षकों का वेतन रोका जाएगा। सीबीएसई स्कूलों पर कार्रवाई के लिए बोर्ड को संस्तुति भेजी जाएगी। शनिवार को समीक्षा होगी।
