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सांस्कृतिक काव्य उत्सव के रुप में मना स्वतंत्रता दिवस समारोह

सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. चन्द्र त्रिखा, चरणजीत चरण, विनीत पांडेय व दिनेश शर्मा की पुस्तकों का लोकार्पण

कवि सम्मेलन में काव्य पाठ ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध
LP Live, Hisar: स्वतंत्रता दिवस पर अमृत महोत्सव के अंतर्गत सांस्कृतिक काव्य उत्सव को कवि सम्मेलन और पुस्तक विमोचन के आयोजन करके मनाया गया। इस मौके पर जहां प्रसिद्ध कवियों ने अपने काव्यपाठ से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। वहीं इस मौके पर सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. चन्द्र त्रिखा, दिनेश शर्मा, चरणजीत चरण व विनीत पांडेय की रचित पुस्तकों का लोकार्पण भी किया गया।

हिसार के भिवानी रोहिल्ला स्थित महारानी लक्ष्मीबाई कॉलेज और हरियाणा कला परिषद् हिसार मंडल के सयुंक्त तत्वावधान में आयोजित सांस्कृतिक काव्य उत्सव में मुख्य अतिथि के रुप में हरियाणा साहित्य अकादमी पूर्व निदेशक डॉ. चंद्र त्रिखा रहे। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता पूनम खनगवाल ने की। काव्य उत्सव की शुरुआत कवयित्री सविता गर्ग सावी ने सरस्वती वंदना से की। सांस्कृतिक काव्य उत्सव के पहले चरण में आठ पुस्तकों का विमोचन किया गया, जिनमें डॉ. चंद्र त्रिखा की विभाजन की त्रासदी तीन पुस्तकों ‘सांझे पूल’, ‘वे दिन वे लोग’ और ‘उजड़े दयारों में लोबान की खुशबू’ शामिल रही। इनके अलावा मशहूर ग़ज़लकार चरणजीत चरण के दो ग़ज़ल संग्रह ‘मुनासिब’, ‘कशमकश’, प्रसिद्ध हास्य-व्यंग्य कवि विनीत पांडेय के काव्य संग्रह ‘लगे रहो पांडेय जी’ तथा सुपरिचित साहित्यकार दिनेश शर्मा दिनेश की हरियाणा साहित्य अकादमी के सौजन्य से प्रकाशित साक्षात्कार संकलन ‘कुछ कही, कुछ अनकही’ व काव्य संग्रह ‘आ अब लौट चलें’ का लोकार्पण भी किया गया।

देशभक्ति को समर्पित काव्य पाठ
सांस्कृतिक काव्य उत्सव के दूसरे चरण में आयोजित कवि सम्मेलन का आगाज़ डॉ. सरिता ने तिरंगे का गुणगान करते हुए ‘मन तिरंगा, तन तिरंगा, तिरंगा हुआ आसमान है, वीर शहीदों का बलिदान आज बना वरदान है’ से काव्य पाठ की शुरुआत की। जबकि कवयित्री सविता गर्ग सावी ने अपनी कविता ‘देश की खातर मर मिटगे ना सोची अपणी जान की’ कविता से शहीदों को प्रणाम किया। हिसार के कवि चंद्रशेखर ने बेटियों की सामाजिक स्थिति पर अपना मार्मिक गीत पढ़कर सभी दर्शकों को भावुक कर दिया। देश की स्वतंत्रता में शहीदों के बलिदान के महत्व पर कवि दिनेश शर्मा दिनेश ने ‘बहुत था प्यार उनको इस धरा की शानो शौकत से, कटा डाला है सर अपना वतन आजाद पाने को’ श्रोताओं को आकर्षित किया। प्रसिद्ध हास्य कवि विनीत पांडेय ने अपनी हास्य कविता ‘फूल बनकर महक जाना जिंदगी है, गीत सुख के गुनगुनाना जिंदगी है। गम के बादल आएंगे और जाएंगे,गम भुला कर मुस्कुराना जिंदगी है’ से हंसा-हंसाकर दर्शकों को लोट-पोट कर दिया। वहीं प्रसिद्ध गीतकार चरणजीत चरण ने अपने गीत और मुक्तकों से दर्शकों की खूब तालियां बटोरी।

ध्वजारोहण व परेड
सांस्कृतिक काव्य उत्सव के मुख्य अतिथि डॉ. चन्द्र त्रिखा ने सांस्कृतिक काव्य उत्सव के लिए हरियाणा कला परिषद् एवं महाविद्यालय को साधुवाद दिया कॉलेज की प्राचार्या डॉ शमीम शर्मा ने सभी आमंत्रित अथितियों, कवियों और दर्शकों का धन्यवाद किया गया। इससे पूर्व महारानी लक्ष्मीबाई कॉलेज में स्वतंत्रता दिवस समारोह में महाविद्यालय डायरेक्टर डॉ नीलम प्रभा व प्राचार्या डॉ शमीम शर्मा ने ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय छात्राओं द्वारा तिरंगा यात्रा भी निकाली गई। महाविद्यालय डायरेक्टर डॉ नीलम प्रभा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश प्रेम एक मजबूत राष्ट्र की आवश्यकता है और विद्यार्थी इसकी एक सशक्त नींव है। वहीं कार्यक्रम अध्यक्ष पूनम खनगवाल ने विमोचित पुस्तकों के रचनाकारों को बधाई दी और देशभक्ति से ओत-प्रोत सुंदर काव्य प्रस्तुति के लिए सभी कवियों को आभार जताया।

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