पंत का दर्द, बुमराह, पांड्या और अर्शदीप के साथ सूर्य ने दिखाया कमाल
LP Live, New Delhi: अमेरिका और वेस्टइंडीज की संयुक्त मेजबानी में हुए टी20 विश्व कप 2024 में टीम इंडिया बिना कोई मैच हारे खिताब अपने नाम करने में कामयाब रही, जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम ने रोहित शर्मा की कप्तानी में यह साबित कर दिया कि वह हारी हुई बाजी पलटने में सक्षम है। आखिर पांच ओवर में जिस प्रकार से भारतीय गेंदबाजों और खिलाड़यों ने दक्षिण अफ्रीका के जबड़े से जीत छीनकर करोड़ो भारतीयों का दिल जीत लिया है।
बारबाडोस में खेले गए टी20 विश्व कप के फाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने विराट कोहली, अक्षर पटेल व शिवम दूबे की शानदान बल्लेबाजी की बदौलत निर्धारित 20 ओवर में 176 रन बना सकी और दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 177 रनों का लक्ष्य मिला। हालांकि भारत की तरह दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही, लेकिन उनके बल्लेबाजों ने आतिशी पारी खेलते हुए अपनी पारी को 15वें ओवर में अक्षर पटेल के ओवर में 24 रन बनाकर अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी और दक्षिण अफ़्रीका का स्कोर चार विकेट के नुक़सान पर 147 रन हो चुका था। अब केवल उसे जीत के लिए आख़िरी के पांच ओवर यानी 30 गेंदों में 30 रनों की ज़रूरत थी, जो उसके लिए बेहद आसान था, क्योंकि क्लासेन 22 गेंदों में 49 रन और मिलर 7 गेंदों पर 14 रन बनाकर मैदान में डटे हुए थे।
इस ओवर से पलटी बाजी
सोलहवें ओवर में रोहित ने गेंद बुमराह को थमाई, जिसने केवल चार रन देकर बल्लेबाजी पर अंकुश कसकर भारत के लिए उम्मीद जगाई। बाकी कसर 17वें ओवर में हार्दिक पांड्या ने पहली ही गेंद पर विस्फोटक बल्लेबाजी करने वाले हेनरिक क्लसेन को विकेट के पीछे ऋषभ पंत के हाथो कैच करवाकर पवेलियन भेजकर पूरी कर डाली और इस ओवर में केवल चार रन दिये। अब दक्षिण अफ़्रीका की टीम को जीत के लिए 18 गेंदों में 22 रन चाहिए थे। 18वां ओवर फिर बुमराह का मिला जिसने मैच को पूरी तरह उस समय भारत के पक्ष में पलट दिया, जब उनकी पहली दो गेंद खाली गई और तीसरी गेंद पर मिलर ने सिंगल लेकर यानसन को स्ट्राइक दे दी। अगली गेंद पर बुमराह ने यानसन को बोल्ड कर दिया। इस ओवर में केवल दो रन बन सके। अब दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 12 गेंद में 20 रनों की जरुरत थी और क्रीज पर डेविड मिलर और केशव महाराज़ खेल रहे थे। 19वां ओवर करने के लिए अर्शदीप आए और पहली तीन गेंदों पर एक भी रन नहीं बनने दिया और इस ओवर में केवल चार रन बन सके। यानी आखिर ओवर यानी छह गेंदों पर अफ्रीका को जीत के लिए 16 रन चाहिए थे।
सूर्य यादव का अविश्वसनीय कैच
फाइनल मैच का अंतिम ओवर फिर हार्दिक पांड्या को सौँपा गया और हार्दिक की पहली ही गेंद पर मिलर ने छक्का मारने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद सूर्यकुमार पहले गेंद को छलांग लगाकर बाउंड्री से बाहर जाने से रोकने के लिए उछाला और चंद सेंकड़ो में फिर खुद बाउंड्री के अंदर आकर गेंद को दोबारा लपक कर अविश्वसनीय कैच लपक लिया। यहां भारत की जीत सुनिश्चित हो चुकी थी। इसके बाद नए बल्लेबाज़ कसिगो रबाडा मैदान पर आए, जिन्होंने आते ही चौका लगाया, लेकिन अभी भी उसके सामने चार गेंदों पर 12 रनों का लक्ष्य खड़ा था। हार्दिक की पांचवी गेंद पर सूर्य कुमार ने रबाड़ा को भी लपक लिया। अंतिम गेंद पर केवल एक रन बना और भारतीय टीम सात रनों से हारी हुई बाजी जीतकर टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में 17 साल के इंतजार के बाद दूसरी बार विश्व चैंपियन बनकर उभरी। इससे पहले साल 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को पांच रनों से हराकर टी20 वर्ल्ड कप जीता था।
फोन करके पीएम ने टीम इंडिया को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को टीम इंडिया के खिलाड़ियों से फोन पर बात की और पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने रोहित शर्मा को उनकी शानदार कप्तानी के लिए बधाई दी और उनके टी-20 करियर की सराहना की। उन्होंने फाइनल में विराट कोहली की पारी और भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान की भी सराहना की। पीएम मोदी ने ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को उनके अंतिम ओवर और सूर्यकुमार यादव को उनके कैच के लिए सराहा। पीएम ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के योगदान की भी तारीफ करने के अलावा उन्होंने भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान के लिए राहुल द्रविड़ को भी धन्यवाद दिया।