यूपी में अब बिजली उत्पादन भी करेगा जलकल विभाग
सोलर ट्री से पैदा बिजली से कम होगा विभाग का बिल

योगी सरकार की सरकारी विभागों को आत्मनिर्भर बनाने की कवायद तेज
LP Live, Varanasi: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश के सरकारी विभागों को आत्मनिर्भर बनाने की कवायद में जुट गई है। इसी नीति के तहत वाराणसी में जलकल विभाग पानी की आपूर्ति करने के साथ ही बिजली का भी उत्पादन करेगा। इसके लिए वाराणसी जल संस्थान परिसर में बड़े पैमाने पर सोलर पैनल लगाया जा रहा है, जिससे विभाग बिजली की बचत के साथ ही ग्रिड को बिजली बेच भी सकेगा। विभाग रोजाना 2 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा।
यूपी सरकार की आत्मनिर्भर भारत के तहत चलाए जा रहे कार्यक्रमों में वाराणसी के जलकल विभाग में सौर ऊर्जा को लेकर बड़ा काम हो रहा है। जल निगम बड़े पैमाने पर सोलर पैनल लगाया जा रहा है। इससे विभाग सिर्फ बिजली ही नहीं बचाएगा, बल्कि बिजली को बेचकर आमदनी भी करेगा। वाराणसी में 19 करोड़ रुपये की लागत वाले इस प्रोजेक्ट के तहत 14,400 स्क्वायर मीटर में करीब 3700 से अधिक सोलर पैनल लगाए गए हैं। इसमें 40 सोलर ट्री हैं। एक सोलर ट्री पर 10 सोलर पैनल लगे होंगे। यानी यहां सौर ऊर्जा से कुल 2 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा।
विभाग के बिजली बिल भी होगा आधा
जलकल विभाग के प्रवक्ता के अनुसार भदैनी पंप हाउस भेलूपुर जलकल का महीने का बिजली का बिल 24 लाख रुपए आता है, जो सोलर से उत्पादित बिजली को ग्रिड में बेचने के बाद आधा हो जायेगा। यानी जलकल विभाग को सिर्फ लगभग 12 लाख रुपया प्रति महीने ही बिल चुकाना पड़ेगा। सोलर पैनल से प्रतिदिन औसतन 7000 यूनिट बिजली पैदा होगी, जिसकी कीमत लगभग 56,000 रुपए होगी। ग्रिड में जाने के बाद विभाग नियमनुसार बिल का एडजस्टमेंट करेगा। अधिशासी अभियंता ने बताया कि सोलर ऊर्जा पर किये जा रहे खर्च की लागत 6 से 7 सालों में निकल आएगी, उन्होंने बताया कि टेस्टिंग के बाद सोलर से बिजली का उत्पादन दिसंबर के अंत तक शुरू हो जाएगा।
