आज रिलीज होगी हरियाणवी फिल्म ‘दादा लखमी’
राष्ट्रीय पुरस्कार ले चुकी फिल्म में हरियाणवी संस्कृति का समावेश


LP Live, Rohtak: बॉलीवुड के अभिनेता यशपाल शर्मा के निर्देशन में निर्मित सांगों में रागणियों के जनक और लोककवि पंडित लखमी की बायोपिक को लेकर बनाई गई हरियाणवी फिल्म ‘दादा लखमी’ कल मंगलवार आठ नवंबर को रिलीज होने जा रही है। हरियाणा की लोक संस्कृति के एक लंबे इतिहास में रागणियों की संस्कृति को जीवंत रखने के लिए सूबे के लोक कलाकारों के अभिनय की बदौलत सिनेमा घरो में आने से पहले ही राष्ट्रीय पुरस्कार समेत दर्जनों पुरस्कार अर्जित कर चुकी हरियाणवी फिल्म ‘दादा लख्मी’ ने तो सिनेमा घरों आने से पहले ही चौतरफा अपने रंग बिखेरते नजर आ रही है।
हरियाणवी लोक संस्कृति की अपनी एक पहचान रही है और चन्द्रावल’ के बाद यही ऐसी हरियाणवी फिल्म बनाई गई है, जिसमें सूर्य कवि पंडित लख्मीचंद का रागिनी प्रेम, संघर्षगाथा, जीवनशैली और लोक कला पर आधारित हरियाणवी संस्कृति, सभ्यता, भाषा, रिति-रिवाज और तमाम सामाजिक तानाबाना समायोजित किया गया है। ‘पंडित लखमी चंद’ जिन्हें हरियाणा का ‘सांग सम्राट’, ‘भविष्यवक्ता’, कबीरदास’, ‘शेक्सपीयर’,’सूर्य कवि’ भी कहा गया है। ‘दादा लखमी’ फिल्म की शूटिंग हरियाणा के विभिन्न हिस्सों के अलावा राजस्थान के इलाकों में भी हुई है। दो भागों में बन रही फिल्म के पहले भाग में पंडित लख्मी चंद के जीवन के तीन पड़ाव फिल्माये गये हैं। फिल्म में सांगी पं. लखमीचंद के बचपन की भूमिका योगेश वत्स ने चेहरे पर गंभीरता के साथ संवादों से बड़े अच्छे से निभाया है। जबकि युवा रूप में हितेश शर्मा ने अपनी अभिनय प्रतिभा का बखूबी प्रदर्शन किया है। फिल्म का यह प्रथम भाग इन्हीं दो पात्रों के ईर्दगिर्द है। जबकि परिपक्व लखमीचंद का अभिनय खुद यशपाल शर्मा ने निभाया है। फिल्म के पहले भाग में लख्मीचंद की पहले तीन पड़ाव पर फोकस है और यशपाल शर्मा का बहुत थोड़ा अभिनय आरंभ में दिखाया गया है, बाकी दूसरे भाग की फिल्म में उन्हीं की भूमिका होगी। जबकि लख्मी की मां का अभिनय फिल्म अभिनेत्री मेघना मलिक कर रही है। हरियाणवी लेखक राजू मान एवं रोशन शर्मा ने संपूर्ण अनुसंधान करने के बाद इस फिल्म की पटकथा लिखी है। फिल्म का संगीत प्रसिद्ध संगीतकार उत्तम सिंह ने दिया है। अब लोगों को इसके रिलीज होने का इंतजार खत्म हो रहा है। फिल्म में सांगी पं. लखमीचंद के बचपन की भूमिका योगेश वत्स ने गंभीरता के साथ अपने संवादों से कहीं-कहीं गुदगुदाते हुए निभाई है। युवा रूप में हितेश शर्मा ने अपनी अभिनय प्रतिभा का बखूबी प्रदर्शन किया है। दरअसल फिल्म का यह प्रथम भाग इन्हीं दो पात्रों पर बुना गया है। परिपक्व लखमीचंद का अभिनय खुद यशपाल शर्मा ने निभाया है। ‘पंडित लखमी चंद’ जिन्हें हरियाणा का ‘सांग सम्राट’, ‘भविष्यवक्ता’, कबीरदास’, ‘शेक्सपीयर’,’सूर्य कवि’ भी कहा गया है।
