मुख्यमंत्री योगी ने किया नेशनल क्लाइमेट कॉन्क्लेव का उद्घाटन
पर्यावरण के क्षेत्र में यूपी की पहल बनेगी मील का पत्थर: केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव


यूपी में किया गया आठ हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों का निर्माण: योगी
LP Live, Lucknow: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय नेशनल क्लाइमेट कॉन्क्लेव का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन किया। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेन्द्र यादव ने मुख्यमंत्री के साथ कान्क्लेव में उत्तर प्रदेश स्टेट क्लाइमेट चेंज नॉलेज सेंटर का भी उद्घाटन किया और यहां लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। वहीं दोनों ने जलवायु परिवर्तन एवं प्रदेश के विरासत वृक्षों पर आधारित पुस्तिकाओं का विमोचन किया।
लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इस समारोह के उद्घाटन सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां एक तरफ विकास की आवश्यक्ता है, तो वहीं पर्यावरण और प्रकृति के प्रति दायित्वों से भी हम मुक्त नहीं हो सकते। मनुष्य ने अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए प्रकृति का अतिदोहन करके जिन दुष्परिणामों को आमंत्रित किया है, आज हम सब उसके भुक्तभोगी बन रहे हैं। जलवायु परिवर्तन आज दुनिया के सामने इसलिए एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि विगत सालों में असमय अतिवृष्टि के रूप में हम इसके दुष्परिणामों को देखा है। भारत की परंपरा सदैव से पर्यावरण हितैषी रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत पूरी दुनिया को पर्यावरण संरक्षण की नई राह दिखाने का कार्य कर रहा है। उत्तर प्रदेश में लगातार इस दिशा में कार्य हो रहे हैं। योगी ने कहा कि आगामी जुलाई माह में प्रदेशभर में 35 करोड़ पौधरोपण किया जाएगा। 2017 के बाद से अबतक यूपी में 133 करोड़ पौधरोपण का कार्य हुआ है। यही कारण है कि आज प्रदेश की जनता में भी पर्यावरण संरक्षण को लेकर सकारात्मक भाव पैदा हुआ है। समारोह में केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्पों को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश भारत का ग्रोथ इंजन बन रहा है। यहां आयोजित क्लाइमेट कॉन्क्लेव 2023 का दो दिवसीय आयोजन पर्यावरण के क्षेत्र में मील का पत्थर बनेगा। प्रदेश में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में जिस गति से महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं वो पूरे देश के लिए अनुकरणीय है। इस अवसर पर प्रदेश के वन पर्यावरण जंतु उद्याग एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ अरुण कुमार सक्सेना, राज्यमंत्री वन पर्यावरण, जंतु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री केपी मलिक और देशभर से आए पर्यावरणविद् मौजूद रहे।
100 साल से पुराने वृक्षों को संरक्षित किया
सीएम ने कहा कि 2017 में जब हमें सरकार बनाने का अवसर प्राप्त हुआ तब पहले वर्ष हमने 5 करोड़, फिर 10 करोड़ पौधरोपण किया। विगत 6 साल में यूपी में 133 करेाड़ पौधरोपण का कार्य किया गया है। आज यूपी में आम नागरिकों में पर्यावरण संरक्षण का भाव पैदा हुआ है। आज हम 100 साल से पुराने वृक्षों को विरासत वृक्ष के रूप में मान्यता देकर उनका संरक्षण कर रहे हैं।
विषमुक्त खेती का अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डीजल और पेट्रोल की गाडियों को धीरे धीरे सड़क से हटाकर ई-व्हीकल और ग्रीन इनर्जी को प्रमोट करने का कार्य हो रहा है। यूपी आज सबसे ज्यादा एथनॉल उत्पादन कर रहा है। प्रदेश में खेती को विषमुक्त करने का अभिनव कार्य प्रारंभ हुआ है। यूपी में हम प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। गोमाता की रक्षा के साथ गो आधारित खेती के जरिए विषमुक्त खेती का अभियान शुरू किया। गंगा तटवर्ती 27 जिलों और बुंदेलखंड में 1.30 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हम जैविक और प्राकृतिक खेती कर रहे हैं।
अमृत सरोवरों का निर्माण
सीएम ने बताया कि नमामी गंगे परियोजना से काफी अच्छे परिणाम सामने आये हैं। आज प्रयागराज से बक्सर तक गंगा में डालफिन दिख रही हैं। पहले कानपुर में 14 करोड़ लीटर सीवर गिरता था, आज एक बूंद भी नहीं गिरता। 2019 का प्रयागराज कुंभ ने जिस ऊंचाई को प्राप्त किया, उसके पीछे नमामी गंगे परियोजना की सफलता ही थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के अंदर 8 हजार अमृत सरोवर का निर्माण किया जा चुका है। वन विभाग ने इन सरोवरों के तटवर्ती क्षेत्रों में व्यापक रूप से पौधरोपण का अभियान चलाया है।
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