अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला पत्रकार सम्मानित
हरियाणा साहित्य अकादमी ने दिया महिला पत्रकारिता सम्मान
LP Live, Chandigarh: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा दस महिला पत्रकारों को महिला पत्रकारिता सम्मान से नवाजा है। इस मौके पर यह पुरस्कार हरियाणा स्वास्थ्य विभाग हरियाणा की महानिदेशक डा. सोनिया खुल्लर एवं अकादमी के निदेशक डा. चन्द्र त्रिखा ने वितरित किये।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में हरियाणा साहित्य अकादमी तथा हरियाणा उर्दू अकादमी द्वारा अकादमी परिसर में शुक्रवार को आयोजित महिला पत्रकार सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई डा. सोनिया खुल्लर ने कहा कि मीडिया एवं पत्रकारिता के जटिल व्यवसाय में में महिला पत्रकार भी अपनी अहम भूमिका का निर्वहन कर रही है। पत्रकारिता के क्षेत्र में महिलाओं को ऐसी चुनौतियों के बीच समाज को आईना दिखाना आज के युवा पत्रकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा सम्मानित की गई महिला पत्रकार निश्चित रुप से चंडीगढ़ तथा पंचकूला स्थित विभिन्न समाचार पत्रों में महत्वपूर्ण पदों पर अपनी भूमिका का निर्वहन कर रही हैं। इस मौके पर उन्होंने डा. चन्द्र त्रिखा के साथ वरिष्ठ महिला पत्रकार नोनिका सिंह, शायदा बानो, वंदना बत्रा, गीतांजलि गायत्री, शिमोना कंवर, मेघा कुमारी, लीली स्वर्ण, अर्चना सेठी, डा.. बिन्दु शर्मा, डा.. मीनाक्षी वशिष्ठ को अकादमी के महिला पत्रकार सम्मान से सम्मानित भी किया। पत्रकारिता सम्मान से पुरस्कृत महिला पत्रकारों को बधाई देते हुए डा. सोनिया खुल्लर ने कहा कि महिला पत्रकारों के लेखन से समाज में महिलाओं नई दिशा मिलती है। पत्रकारिता के जरिए महिलाए समाज को भी जागरुक करने के लिए चुनौतियों का सामना भी कर रही हैं।
समारोह में हरियाणा साहित्य अकादमी निदेशक डा. चन्द्र त्रिखा ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल हुए सभी पत्रकारों एवं लेखकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि जीवन में कुछ लम्हें ऐसे होते हैं, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता। अकादमी द्वारा आयोजित आज का यह सम्मेलन भी ऐसे ही लम्हों के रूप में सहेजा जाएगा। सफल एवं प्रभावी पत्रकारिता व्यक्ति की सृजनात्मक एवं बौद्धिक प्रतिभा की स्मृद्धि पर निर्भर करती है। इसलिए साहित्य और पत्रकारिता को एक दूसरे का पूरक कहा जाता है। इस सम्मेलन में जिला, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी श्री विनय वत्स सहित उनके कार्यालय के सहयोगी भी उपस्थित रहे।
दस महिला पत्रकारों को सम्मान
इस मौके पर महिला पत्रकार सम्मान पाने वाली वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती नोनिका सिंह ने कहा कि महिला पत्रकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपने व्यवसाय तथा पारिवारिक जीवन में संतुलन बनाए रखना है। डा. मीनाक्षी वशिष्ठ ने कहा कि पत्रकारिता का सफर आसान नहीं होता, लेकिन धैर्य और समझबूझ से इसे आसान बनाया जा सकता है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग की प्रो. बिन्दु शर्मा ने कहा कि छात्राएं आजकल पत्रकारिता की अपेक्षा अध्यापन व्यवसाय को बेहतर मानती हैं। वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती शिमोना कंवर ने स्वीकार किया कि कई बार हम पत्रकार एक नई स्टोरी के उत्साह में बहुत अधिक संवेदनहीन हो जाते हैं, लेकिन एक महिला पत्रकार ही एक नई स्टोरी एवं संवेदना में सांमजस्य बना सकती है। श्रीमती गीताजंलि गायत्री ने कहा कि समाज में महिलाओं को अपनी आवाज हमेशा बुलंद रखनी चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार शायदा बानो ने कहा कि चुनौतियां तो जीवन के हर क्षेत्र में हैं लेकिन पत्रकारिता की चुनौतियां कई बार बहुत सुकून भी प्रदान करती हैं। परिवार और व्यवसाय में सांमजस्य बनाना यहां अधिक कठिन है। पत्रकारिता के क्षेत्र में चुनौतियों की शिकायत भी संभव नहीं है। वहीं समारोह में वरिष्ठ पत्रकार बलवंत तक्षक, उर्दू पत्रकार श्रीमती लीली स्वर्ण, मेघा कुमारी, अर्चना सेठी तथा वंदना बत्रा आदि पत्रकारों ने भी अपने अनुभव सांझा किए।