आतंकी फंडिंग मामला: कश्मीर में एनआईए की छापेमारी
प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी की फंडिंग मामले की जांच में जुटी एनआईए


जी20 शिखर सम्मेलन की बैठक की सुरक्षा को लेकर कार्रवाई तेज
LP Live, Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी की आतंकी फंडिंग को लेकर जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए कश्मीर के चार जिलों में एक दर्जन स्थानों पर छापेमारी की।
एनआईए के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कश्मीर में करीब 12 स्थानों पर इस बारे में जांच एजेंसी के दलों ने गुरुवार को छापेमारी मारी की और तलाशी अभियान भी चलाया। छापेमारी की। जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी की आतंकी फंडिंग को लेकर जांच कर रही एनआईए के दलों ने जम्मू-कश्मीर के बड़गाम और बारामूला जिले में 11 स्थानों पर तलाशी लेने के लिए छापेमारी की। यह छापेमारी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत जम्मू-कश्मीर में एक गैरकानूनी संगठन जमात-ए-इस्लामी (जेइएल) द्वारा आतंकी फंडिंग के मामले को लेकर की जा रही है। इस संगठन को केंद्र सरकार आतंकवाद विरोधी कानूनों की वजह से प्रतिबंधित कर चुकी है। गौरतलब है कि इसी महीने जम्मू कश्मीर में जी20 शिखर की पर्यटन संबन्धी समूह की बैठक भी होनी है।

जी20 बैठक को लेकर सतर्क एनआईए
जम्मू कश्मीर में जी20 शिखर बैठक को देखते हुए एनआईए ने आतंकी फंडिंग की जांच के तहत यह छापेमारी शुरू की है। यह अंदेशा है कि आतंकी संगठन इस बैठक में बाधा डालने का प्रयास कर सकते हैं। इसी कारण एनआईए ने उग्रवादियों, उनके सहयोगियों, ओवरग्राउंड वकर्र्स और फाइनेंसरों के खिलाफ अपनी कारर्वाई को तेज कर दिया है। इससे पहले गत मंगलवार को भी एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में हाल ही में राजौरी में पांच सैनिकों की हत्या के पीछे समूह सहित नए उग्रवादी संगठनों पर कारर्वाई की और पूरे प्रदेश में 16 स्थानों पर तलाशी ली। एक दिन बाद एनआईए ने विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े तीन उग्रवादियों की संपत्तियों को ज़ब्त किया है। वहीं एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकी गतिविधि मामले के एक आरोपी की संपत्ति जब्त की गई है।
