अधिवक्ताओं का लगातार तीसरे दिन भी नो वर्क, धरने पर बैठे
LP Live, Muzaffarnagar: गाजियाबाद में न्यायाधीश पर अधिवक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाकर अधिवक्ताओं में रोष तीसरे दिन बुधवार को भी व्याप्त रहा। सोमवार को जिला बार एसोसिएशन व सिविल बार एसोसिएशन के बैनर तले अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्यो से विरत रहते हुए विरोध प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जाहिर किया। गाजियाबाद के साथ मुजफ्फरनगर के अधिवक्ता भी बुधवार को मांगों को लेकर धरने पर बैठे रहे, जिस कारण कोर्ट में उन्होंने मामलों की सुनवाई नहीं की।
29 अक्टूबर को गाजियाबाद में न्यायाधीश पर अधिवक्ताओं से दुर्व्यवहार का आरोप है। जिसके बाद वहा न्यायाधीश द्वारा पुलिस बुलवा लेने पर बवाल हुआ था। आरोप था कि पुलिस ने अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज किया। मारपीट में कई अधिवक्ता घायल हो गए थे। इस प्रकरण को लेकर अधिवक्ताओं में रोष है। सोमवार को मुजफ्फरनगर में जिला बार एसोसिएशन व सिविल बार एसोसिएशन के बैनर तले अधिवक्ताओं ने कचहरी में प्रदर्शन शुरू कर दिया था। अधिवक्ताओं ने कहा कि गाजियाबाद न्यायाधीश ने अपने पद की गरिमा के विपरीत कार्य किया है। उन्होंने उनके तत्काल निलम्बित की मांग की है। वही लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है। इस दौरान बिजेंद्र सिंह मलिक (अध्यक्ष) सिविल बार एसोसिएशन मुजफ्फरनगर , प्रमोद त्यागी (अध्यक्ष) डिस्ट्रीक्ट बार एसोसिएशन मुजफ्फरनगर ,सुरेंद्र मलिक (महासचिव) डिस्ट्रीक्ट बार मुजफ्फरनगर ,अशोक कुशवाहा (उपाध्यक्ष) सिविल बार एसोसिएशन मुजफ्फरनगर, अशोक चौहान, जितेंद्र पाल सिंह, डॉ० मीरा सक्सेना, अनिल दिक्षित, प्रवीण कुमार खोखर, सौरभ पंवार, आदेश कुमार, अश्वनी शर्मा, राकेश पाल, ललित पंवार, संदीप मलिक, संदीप त्यागी, अजमेर सिंह, आजम अब्बास, हर्षित शर्मा, बृजबंधु आदि अधिवक्ता गण मौजूद रहे।