

राजग की बैठक में प्रस्ताव पर जदयू व तेदेपा समेत सभी घटक दलों ने किया अनुमोदन
LP Live, New Delhi: लोकसभा चुनाव के बाद बहुमत हासिल करने वाले राजग गठबंधन ने नई सरकार के गठन की तैयारी शुरु कर दी है। पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में शुक्रवार को ही राजग घटक दलों के निर्वाचित सांसदों की बैठक में जदयू व तेदेपा समेत सभी घटक दलों ने प्रधानमंत्री पद के लिए नरेन्द्र मोदी के नाम के आये प्रस्ताव का एक स्वर में समर्थन करते हुए अनुमोदन किया।

संविधान भवन (पुराने संसद भवन) के केंद्रीय कक्ष आयोजित राजग संसदीय दल की बैठक में राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री पद और राजग संसदीय दल के नेता के लिए नरेन्द्र मोदी के नाम का प्रस्ताव पेश किया, जिसका राजग में शामिल जदयू और तेदपा ने अनुमोदन किया और राजग घटक दल के सभी सांसदों ने इसका एक स्वर में समर्थन किया। मसलन बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी को लोकसभा का नेता, भाजपा और राजग संसदीय दल का नेता नामित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया। जद(एस) के निर्वाचित सांसद एचडी कुमारस्वामी ने नरेंद्र मोदी को राजग संसदीय दल के नेता के रूप में नामित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया। इस बैठक में राजग के सभी निर्वाचित सांसदों, राज्यसभा सदस्यों और वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। सर्वसम्मत से प्रधानमंत्री पद के लिए नरेन्द्र मोदी के नाम के प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगाई गई। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को लगातार तीसरी बार राजग संसदीय दल के नेता एवं प्रधानमंत्री पद के नाम पर लगी मुहर के बाद राजग के नेता आज शुक्रवार को ही राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सामने सरकार बनाने का दावा भी पेश करेंगे। संभवत: नौ जून को एक समारोह में नरेन्द्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।
शपथ ग्रहण समारोह में अनेक हस्तियां होंगी शामिल
सूत्रों के अनुसार राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने वाले कई लाभार्थी, ‘विकसित भारत’ के ब्रांड एंबेसडर, सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में काम कर रहे श्रमिक, वंदे भारत ट्रेन और इस तरह की अन्य कई परियोजनाओं से जुड़े श्रमिक, ट्रांसजेंडर्स, सफाई कर्मचारी, स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं। वहीं नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, मालदीव और श्रीलंका सहित कई अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष और बड़े नेता भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं।
