बाल रंग शिविरों में बच्चो को मिल रही है नई दिशा


LP Live, New Delhi: केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय के अधीन इंदिरा गांधी सेंटर फार आर्टस आईजीएनसीए एवं उड़ान द सेंटर फार थियेटर आर्ट एंड चाइल्ड डवलपमेंट द्वारा आयोजित बाल रंगमंच शिविरों में बच्चे जहां खेल खेल में अपनी प्रतिभा को निखार रहे हैं, वहीं इन शिविरों में बच्चों की शरारत को नई दिशा भी मिल रही है। इन शिविरों में अनेक ऐसे बच्चे हैं जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं तथा झुग्गियों में निवास करते हैं, जिन्हें निशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

राजधानी दिल्ली के लगभग एक दर्जन बाल रंगमंच कार्यशालाओं के अलावा दो कार्यशालाएं ऐसी है, जो आर्थिक रूप से कमजोर व झुग्गियों में निवास करने वाले बच्चों के लिये सहारनपुर में भी आयोजित की गई है। इन सभी बाल रंगमंच शिविरों में लगभग 500 बच्चे रगमंच की विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण ले रहे है। इन प्रशिक्षण शिविरों की खासियत यह है कि इनमें देश के महत्वपूर्ण संसथानों राष्ट्रीय नाटय विद्यालय दिल्ली एवं भारतेंदू नाटय अकादमी लखनऊ से प्रशिक्षित विशेषज्ञों व अनुभवी प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण देने की जिम्मेदार दी गई है।
20 मई से शुरु हुए यह रंगमंच प्रशिक्षण शिविरों का समापन आगामी 23, 24 व 26 जून को राजधानी दिल्ली में भव्य बाल रंगमहोत्सव के साथ किया जायेगा, जिनमें यह बच्चे लगभग 11 नाटकों का मंचन कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। शिविर का हिस्सा बने बच्चों में बडी संख्या में ऐसे बच्चे हैं जिनके लिये मंच पर आना ही एक सपने जैसा है और यह शिविर उनके सपनों को साकार कर उन्हें जीवन के नये अनुभव प्रदान करने की भूमिका तैयार कर रहे है।
उड़ान—द सेंटर आफ थियेटर आर्ट एंड चाइल्ड के निदेशक संजय टुटेजा बताते हैं कि इन शिविरों का उददेश्य खेल खेल में बच्चों के भीतर छिपी प्रतिभा को निखारना है तथा उनमें आत्मविश्वास जगाना है। शिविरों में प्रतिदिन उन्हें, योग, ध्यान, एकाग्रता, आत्मविश्वास, एवं जीवन में आगे बढ़ने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है ताकि वह जीवन में सफलता हासिल करने के साथ साथ जिम्मेदार नागरिक बन सकें। राष्ट्रीय नाटय विद्यालय से प्रशिक्षित संयोगिता शर्मा, कन्या सिंह, खूशबू बडाइक व अभिषेक राणा के अलावा रंगकर्मी शिवांग मिश्रा, सांवल सहगल,आस्था बवेजा, आशु भटेजा, योगिता व चारु सिंह इन शिविरों में बच्चों को अभिनय की बारीकियों से अवगत कराने के साथ साथ रंगमंच की विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण दे रहे है।
सहारनपुर में मानसी अभिनय गुरुकुल के सहयोग से आयोजित शिविर में प्रमुख रंगकर्मी योगेश पंवार बच्चों को प्रशिक्षण देने के साथ साथ पुण्यशलोक देवी अहिल्याबाई के जीवन पर एक नाटक भी तैयार कर रहे है, जबकि दिल्ली के शिविरों में वीरों की गाथा, जंगलबुक, लिटिल वुमेन, बच्चों की कचहरी, समस्यापुर, द मैजिक बस, अंधेर नगरी, एनीमल फार्म, जादूई पतंग व राजा मैडास आदि नाटकों की तैयारी नन्हें कलाकार कर रहे है।
