बीएसए ने किया प्रधानाध्यापिका को सस्पेंड, छात्र ने लगाए थे चोटी काटने व तिलक हटाने के आरोप
शिक्षका फरहाना खातून को टीसी काटने में दिखाई गई लापरवाही पर पर किसा सस्पेंड


LP Live, Muzaffarnagar: बघरा ब्लाक के गांव काजीखेड़ा स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका फरहाना खातून को बीएसए ने तीन सप्ताह बाद निलंबित कर दिया। प्रधानाध्यापक पर विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र की चोटी काटने के लिए कहने और तिलक हटाने का दबाव बनाने का आरोप था। शिक्षिका की शिकायत छात्र के परिजनों ने थाने में की थी, जिसके बाद विभागीय जांच के बाद रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने मंगलवार को कार्रवाई की है।
तिलक लगाकर विद्यालय पहुंचता था छात्र देवांश
तितावी थाना क्षेत्र के काजीखेड़ा स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में मुस्लिम प्रधानाध्यापिका फरहाना खातून पर छठी कक्षा के हिंदू छात्र की चोटी (शिखा) काटने और तिलक हटाने का दबाव बनाने का आरोप लगा था। छात्र देवांश का कहना था कि वह रोज पूजा करके और तिलक लगाकर स्कूल जाता था, लेकिन शिक्षिका ने उसे ऑफिस में बुलाकर कैंची से उसकी चोटी काटने का प्रयास किया और तिलक हटाकर आने की धमकी दी थी। देवांश ने यह बात अपनी बहन को बताई, तो वह शिकायत लेकर स्कूल पहुंची। वहां शिक्षिका ने कथित तौर पर बदसलूकी की और अन्य छात्रों से भी कुछ कहलवाया। इसके बाद, शिक्षिका ने देवांश की टीसी (स्थानांतरण प्रमाण पत्र) काट दी और उसे परिवार को सौंप दिया। इस पर परिजन थाने पहुंचे और शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद बीएसए संदीप कुमार ने बीईओ संजय भारती को जांच के आदेश दिए थे। करीब तीन सप्ताह पुराने मामले में बीएसए ने मंगलवार को शिक्षिका पर कार्रवाई की। खंड शिक्षा अधिकारी संजय भारती ने बताया कि मामले की जांच कर रिपोर्ट बीएसए को समय से सौंप दी गई थी। इस मामले में बीएसए ने शिक्षिका पर कार्रवाई की है। प्रधानाध्यापक फरहाना खातून को छात्र के साथ टीसी काटने आदि मामले में बरती गई लापरवाही पर निलंबित कर दिया है।

