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यूपी की जेलों में एक साल में 8160 कैदियों को कौशल प्रशिक्षण

मुजफ्फरनगर जेल में सबसे ज्यादा कैदियों ने लिया प्रशिक्षण

सरकार कारागारों में बंदियों को सुधार की दिशा में दे रही 60 ट्रेडों में प्रशिक्षण
LP Live, Lucknow: उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के हर तबके के अलावा जेलों में बंदियों को भी समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के मकसद से उनके जीवन में सुधार की दिशा में प्रधानमंत्री कौशल विकास कार्यक्रम के तहत कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें पिछले एक साल में करीब 60 ट्रेडों में महिलाओं समेत 8160 बंदियों ने प्रशिक्षण हासिल किया। कैदियों के कौशल प्रशिक्षण में मेरठ परिक्षेत्र सबसे आगे रहा, जिसमे मुजफ्फरनगर जिला कारागार प्रदेशभर की जेलों के मुकाबले सबसे ज्यादा कैदियों को प्रशिक्षण देने में अव्वल रहा।

प्रधानमंत्री कौशल विकास कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश के कारागारों में बंदियों को बेकरी, सिलाई, कढ़ाई, काष्ठ कला, मोटर बाइडिंग, कंप्यूटर, इलेक्ट्रीशियन, सिलाई, विद्युत वायरिंग, इलेक्ट्रिक, प्लम्बरिंग, मिट्टी के दीये एवं बर्तन, कम्पोस्ट खाद, इलेक्ट्रानिक्स, डेयरी फार्मिंग एवं वर्मी कम्पोस्टिंग, मत्स्य पालन, बंदी कंप्यूटर हार्डवेयर नेटवर्किंग, कंप्यूटर साफ्टवेयर, कारपेंटर, मेशन, मोबाइल, ब्यूटीशियन समेत करीब 60 ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यूपी की जेलों में आज तक देश के अन्य राज्यों की तुलना में सर्वाधिक 106718 कैदी बंद हैं, जिन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में सरकार विभिन्न योजनाएं चला रही हैं।

मेरठ परिक्षेत्र में सर्वाधिक कैदियों ने बढ़ाए कदम
प्रदेश में मेरठ परिक्षेत्र में 6 जिला कारागार में सर्वाधिक 3225 कैदियों ने 33 ट्रेडों में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें जिला कारागार मेरठ में 351, गाजियाबाद में 465, गौतमबुद्धनगर में 250, बुलंदशहर में 1012, सहारनपुर में 31 और मुजफ्फनगर 1126 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। आगरा परिक्षेत्र में 8 जिला कारागार में कुल 18 ट्रेडों में 1011 बंदियों को प्रशिक्षण दिया गया। लखनऊ परिक्षेत्र में आदर्श कारागार, जिला कारागार समेत 7 नारी बंदी निकेतन में कुल 23 ट्रेडों में 975 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें आदर्श कारागार लखनऊ में 106, जिला कारागार उन्नाव में 152, नारी बंदी निकेतन लखनऊ में 188, जिला कारागार सीतापुर में 169, खीरी में 59, हरदोई में 110 और रायबरेली में 191 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। वहीं वाराणसी परिक्षेत्र में केंद्रीय कारागार समेत 6 जिला कारागार में 5 ट्रेडों में 251 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।

अयोध्या परिक्षेत्र की जेलों की स्थिति
अयोध्या परिक्षेत्र में 5 जिला कारागार में कुल 12 ट्रेडों में 376 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें जिला कारागार बाराबंकी में 155, गोंडा में 84, बहराइच में 30, अंबेडकरनगर में 93, अयोध्या में 14 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसी तरह गोरखपुर परिक्षेत्र में 9 जिला कारागार में कुल 8 ट्रेडों में 373 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें जिला कारागार गोरखपुर में 25, देवरिया में 68, महाराजगंज में 46, बस्ती में 25, सिद्धार्थनगर में 35, आजमगढ़ में 20, बलिया में 45, मऊ में 93 और संतकबीर नगर में 16 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। बरेली परिक्षेत्र में केंद्रीय कारागार समेत 6 जिला कारागार में 20 ट्रेडों में 1010 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें केंद्रीय कारागार बरेली में 120, जिला कारागार पीलीभीत में 117, बदायूं में 244, शाहजहांपुर में 234, मुरादाबाद में 105 और बिजनौर में 190 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। कानपुर परिक्षेत्र में केंद्रीय कारागार समेत 6 जिला कारागार में 15 ट्रेडों में 388 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें केंद्रीय कारागार फतेहगढ़ में 65, जिला कारागार फतेहगढ़ में 102, उरई में 55, ललितपुर में 53, कन्नौज में 5 और झांसी में 108 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रयागराज परिक्षेत्र में केंद्रीय कारागार, जिला कारागार समेत उप कारागार में 17 ट्रेडों में 541 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसमें केंद्रीय कारागार नैनी में 50, जिला कारागार प्रतापगढ़ में 20, चित्रकूट में 64, कौशाम्बी में 159, फतेहपुर में 123, बांदा में 20 और उप कारागार महोबा में 105 बंदियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।

यूपी की जेलों में सबसे ज्यादा कैदी
देश के सबसे बड़े सूबे यूपी की जेलों में मंगलवार शाम सवा सात बजे तक कैदियों की स्थिति पर नजर डाली जाए तो देश के अन्य राज्यों के मुकाबले सर्वाधिक 106718 कैदी बंद हैं, जिनमें 4004 महिलाएं और दस ट्रांजेंडर कैदी भी शामिल हैं। इसके अलावा यूपी की जेलों में 438 कैदी भी बंद हैं। यूपी में मंगलवार की शाम तक दो महिला समेत 192 कैदी रिहा किये गये, वहीं एक महिला समेत 61 को जेल में दाखिल किया गया है। जहां तक मेरठ परिक्षेत्र की मुजफ्फरनगर जिला कारागार की स्थिति का सवाल है, वहां ताजा आंकडे के मुताबिक 19 महिलाओं समेत 1785 कैदी बंद हैं, जिनमें एक विदेशी कैदी भी बंदी के रुप में शामिल है।

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