जिला अस्पताल के कर्मचारियों में आवास को लेकर विवाद


LP Live, Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर के जिला अस्पताल परिसर में बने सरकारी आवासों के आवंटन को लेकर कर्मचारियों में विवाद हो गया। फार्मासिस्ट को हुए आवंटन के बाद दूसरे कर्मचारी ने उक्त आवास में ताला लगा दिया। ताला खुलवाने के लिए काफी देर तक जिला अस्पताल के कर्मचारी फार्मासिस्ट के साथ एकजुट रहे, लेकिन सीएसएस से भी बात नहीं बनने पर ताला लगाने वाले आरोपी कर्मचारी के खिलाफ फार्मासिस्ट ने नगर कोतवाली में तहरीर दी है। मामला पुलिस में पहुंचने के बाद सीएमएस ने मामले में अपना सख्त रूख अपनाकर मामला सुलझवाकर शांत कराया।
जिला अस्पताल परिसर में सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकारी आवास बने हुए हैं। जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट प्रवेश कुमार का कहना है कि एक आवास उन्हें मिला हुआ है, जिसमें वह अपने परिवार के साथ रहते थे। उनके सैलरी से प्रति महीने मकान के किराए के रूप में कटौती भी होती है। प्रवेश कुमार का आरोप है कि जिला अस्पताल में तैनात एक स्टाफ नर्स के पति ने जबरन उनके आवास पर ताला लगाकर आवास अपने नाम आवंटन होने का दावा किया। आवास पर ताला लगाए जाने के बाद वह वहीं बैठ गया। मामला सीएमएस के पास तक पहुंचा तो अन्य कर्मचारी नर्स के पति के खिलाफ लामबंद हो गए और जबरन ताला लगाकर कब्जा किए जाने का विरोध करने लगे। इस दौरान वहां हंगामा हो गया। सीएमएस को शिकायत के बाद भी ताला नहीं खुला। फार्मासिस्ट प्रवेश के साथ कर्मचारी नगर कोतवाली पहुंचे और उनके नाम आवंटित आवास का ताला खुलवने सहित आरोपी के खिलाफ धमकी देने की शिकायत की। इसमें सीएमएस डा.राकेश सिंह पर भी आवास खाली कराने वाले व्यक्ति का साथ देने के आरोप लगाए गए। मामला पुलिस में पहुंचने के बाद सीएमएस ने मामले में सख्ती दिखाई। सीएमएस डा.राकेश सिंह का कहना है कि आवास फार्मासिस्ट के नाम ही आवंटित है। ताला खुलवा दिया है। जबरन खाली कराने वाले स्टाफ नर्स और उसके पति को समझा दिया गया है।
