30 जून से बंद हो रही कोरोना लैब, जाने क्या है वजह
मुजफ्फरनगर जिला सहित उत्तर प्रदेश में 53 बीएसएल-2 लैब होने जा रही बंद। 30 जून में खत्म हो रही समय अवधि। लैब में तैनात कर्मचारियों पर मंडराया नौकरी जाने का खतरा।
LP Live, Muzaffarnagar: कोरोना मरीजों की जांच के लिए जनपद में बनी बीएसएल-2 लैब बंदी की कागार पर आ गई है। 30 जून के बाद खत्म हो रही लैब की मियाद बढ़ने के लिए लखनऊ से कोई जवाब स्थानीय अधिकारियों को नही मिला है। लैब बंद होने से कोरोना की आरटीपीसीआर जांच होेना तो बंद होगा ही। इसके साथ वहां काम कर रहे आठ कर्मचारियों के आगे बेराेजगारी का संकट खड़ा हो जाएगा। हालांकि लैब की मियाद बढ़ाने के लिए लखनऊ में पत्र भेजा गया है।
30 जून से बंद हो जाएगा काम: कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण प्रदेश में 53 बीएसएल-2 लैब स्थापित की गई थी। इसी कड़ी में एक लैब मुजफ्फरनगर को दी गई थी, जो वर्तमान में कूकड़ा ब्लाक परिसर में संचालित हो रही है। इस लैब में आठ कर्मचारी काम करते हैं। वर्तमान स्थिति की बात की जाएं तो 200 से 250 कोरोना संदिग्धों की जांच वहां की जा रही है, लेकिन यह जांच 30 जून के बाद वहां नही होगी।कोरोना के दौरान लैब में काम करने वाले कर्मचारियों को 30 जून 2023 तक वहां तैनात किया गया था, जिसके 10 दिन शेष रह गए है। सभी कर्मचारियों का कार्यकाल खत्म होने के कारण लैब का संचालन ठप होने से आरटीपीसीआर जांच जनपद में नहीं होगी।
यह कर्मचारी कर रहे लैब में काम: कूकड़ा ब्लाक परिसर स्थित बीएसएल-2 लैब में कुल आठ कर्मचारी काम करे रहे है, जिसमें दो नान मेडिकल साइंटिस्ट, तीन लैब टैक्निशियन, दो लैब असिस्टेंट, एक आपरेटर तैनात है। यह कर्मचारी सीएमओ और सीएमएस से मिल चुके है, लेकिन समस्या का आगे कोई समाधान उन्हें नहीं मिल रहा है।
क्या कहते है सीएमओ
जनपद में बीएसएल-2 लैब कोरोना में स्थापित हुई थी। वहां तैनात कर्मचारी का कार्यकाल 30 जून का समाप्त हो रहा है। लैब बंद होने से आरटीपीसीआर की जांच नहीं हो पाएगी, लेकिन कोरोना के एंटीजन टेस्ट हो सकेंगे। मुख्यालय से समय बढ़ाने का आदेश आता है तो ही लैब में आगे काम होगा।
– डा. महावीर सिंह फौजदार, सीएमओ