मेरठ में दिखेगी कथक और साहित्य-संस्कृति की झलक, मेरठ कला मंच कर रहा पहल


LP Live, Meerut: कला, साहित्य और संस्कृति को समर्पित “मेरठ कला मंच” एक विशेष सांस्कृतिक संध्या का आयोजन सुभारती कालेज आफ लाइन आर्ट्स एंड फेशन विभाग के सत्यजीत रे ऑडिटोरियम में होगा। 30 मार्च को होने वाली इस कार्यक्रम में कथक और कहानी कहने की अनुपम झलक देखने को मिलेगी। कार्यक्रम में प्रसिद्ध कथाकार दिव्य प्रकाश दुबे अपनी अनोखी कहानियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करेंगे, वहीं कथक नृत्य की विलक्षण प्रतिभा शिंजिनी कुलकर्णी अपनी अद्भुत प्रस्तुति से दर्शकों को मोह लेंगी।

कार्यक्रम की आयोजक एवं मेरठ कला मंच की पदाधिकारी डा. मृणालिनी अनंत ने बताया कि आधुनिकता और शहरीकरण के इस दौर में लोगों की लोकनृत्य में रुचि ना दिखाना और पारंपरिक वेशभूषा से दूर हो रहे लोगों को पुनः कला से जोड़ने के लिए उन्होंने अपनी सहयोगी गरिमा मित्तल, आंशु मेहरा, मंजुलिका त्यागी, अनुशका मनोहर के साथ मिलकर इस आयोजन की भूमिका तैयार की। इसमें कलाकारों को जोड़ने के साथ ही लोगों के अंदर नवरसों के भाव को पिरोना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रहेगा। भारतीय संस्कृति और लोक परंपराओं को जीवित रखने के लिए नृत्य कला कत्थक को बढ़ावा देने के साथ-साथ समाज, प्रशासन और सरकार से सहयोग की अपील करना भी है। मेरठ कला मंच का यह प्रयास केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि कला, परंपरा और आध्यात्मिकता का एक सुंदर संगम होगा, जो नवरात्र की महिमा को और भी विशेष बनाएगा। इस संगीतमय और साहित्यिक संध्या का हिस्सा बनने के लिए कला प्रेमी अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें और भारतीय संस्कृति के इस जश्न में सहभागी बनें। इस कार्यक्रम की खास बात यह है कि इसमें प्रसिद्ध कथाकार दिव्य प्रकाश दुबे अपनी अनोखी कहानियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करेंगे, वहीं कथक नृत्य की विलक्षण प्रतिभा शिंजिनी कुलकर्णी अपनी अद्भुत प्रस्तुति से दर्शकों को मोह लेंगी। शिंजिनी कुलकर्णी महान कथक गुरु पंडित बिरजू महाराज की पोती हैं और अपनी प्रस्तुतियों में पारंपरिक कथक के साथ नवीन प्रयोगों को भी स्थान देती हैं।
