मुजफ्फरनगर के जिला अस्पताल ब्लड बैंक में निगेटिव ग्रुप का टोटा, मरीजों को परेशानी
ए और ओ नेगेटिव ब्लड डोनर नहीं मिलने से बढ़ी परेशानी


LP Live, Muzaffarnagar: जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में निगेटिव ब्लड की कमी चल रही है। पिछले कई महीनों से वहां नेगेटिव ब्लड लेने वाले मरीजों को कई बार चक्कर लगाने पड़ते हैं। इसके बाद भी उन्हें स्वयं ही डोनर की खोज कर नेगेटिव ब्लड का इंतजाम करना पड़ता है। प्रति महीने लगने वाले रक्तदान शिविरों से भी जिला अस्पताल को नेगेटिव ब्लड पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रहा है, जिस कारण स्टाक की कमी बदस्तूर जारी है।
जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पतालों में भर्ती मरीजों को रक्त की कमी होने पर जिला अस्पताल में बने ब्लड़ बैंक से ब्लड लेने की इजाजत है। चिकित्सक बाहर के ब्लड बैंकों पर भरोसा करने की बजाए जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पर ज्यादा निर्भर रहते हैं। ऐसे में जिला अस्पताल के ब्लड बैंक द्वारा लगाए जाने वाले रक्तदान शिविरों से ब्लड एकत्रित कर स्टाक रखा जाता है। इसके साथ ब्लड लेने वालों को एक डोनर देना पड़ता है, लेकिन इसमें नेगेटिव ब्लड की कमी पिछले करीब एक वर्ष से अधिक बढ़ गई है। जिला अस्पताल में ब्लड बैंक में डिमांड के बाद ही इंतजार के बाद नेगेटिव ब्लड़ उपलब्ध हो रहा है। हालात यह है कि ए और ओ नेगेटिव ब्लड की कमी अधिक है, हालांकि पाजीटिव ब्लड ग्रुप के लोगों को आसानी से ब्लड मिल रहा है। खास बात यह है कि ब्लड बैंक प्रति महीने 400 से अधिक यूनिट ब्लड रक्तदान शिविरों से एकत्रित कर रहा है, जिसका लाभ जिला अस्पताल के मरीजों को मिल रहा है।

ब्लड बैंक में रक्त यूनिट स्टाक की स्थिति
ग्रुप पाजीटिव ब्लड नेगेटिव ब्लड
ए 11 यूनिट 01 यूनिट
बी 64 यूनिट 08 यूनिट
ओ 122 यूनिट 01 यूनिट
एबी 35 यूनिट 02 यूनिट
नोट- यह स्थिति आम दिनों में प्रतिदिन की है। यूनिट बढ़ती-घटती है।
जिम्मेदार क्या कहते हैं
जिला अस्पताल का ब्लड बैंक अधिक से अधिक रक्तदान शिविर आयोजित करता है। हमेशा नेगेटिव और पाजीटिव ब्लड का स्टाक रहता है। कुछ नेगेटिव ब्लड ग्रुप की हमेशा कमी रहती है, जिसके लिए जरूरतमंदों को इंतजार करना पड़ता है।
– पीके त्यागी, ब्लड बैंक इंचार्ज, जिला अस्पताल
