219 चयनित प्रधानाचार्यों को मिले नियुक्ति पत्र


छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए ‘प्रोजेक्ट अलंकार’ स्कीम शुरु
LP Live, Lucknow:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार जहां एक तरफ व्यापक पैमाने पर सरकारी नियुक्तियां कर रही है, वहीं दूसरी तरफ निजी क्षेत्र में भी नौकरियों की अनन्त सम्भावनाओं को लेकर आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से मिशन रोजगार के अन्तर्गत सीएम योगी ने राजकीय इण्टर कॉलेज के 219 नव चयनित प्रधानाचार्यों को नियुक्ति पत्र वितरण किये।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां लोक भवन में मिशन रोजगार के अन्तर्गत निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से चयनित राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के 219 प्रधानाचार्यों को नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में कहा कि यह प्रधानाचार्य उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित किए गए हैं। इस मौके पर उन्होंने 11 नव चयनित प्रधानाचार्यों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश शिक्षा का केंद्र रहा है। एक समय राजकीय इण्टर कॉलेज प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ माने जाते थे। चयन की प्रक्रिया समयबद्ध न होने के कारण चयन का स्तर गिर गया था। शिक्षा के क्षेत्र में प्रारम्भ हुई प्रतिस्पर्धा में माध्यमिक शिक्षा से जुड़े हुए राजकीय इण्टर कॉलेज पिछड़ गए थे। उन्होंने कहा कि इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्यों की नियुक्ति प्रक्रिया को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाने के लिए लंबे समय से मांग हो रही थी।
छह साल-छह लाख नियुक्तियां
प्रदेश में विगत 06 वर्षों में लगभग 06 लाख सरकारी नियुक्तियां की गई हैं। इसमें से 01 लाख 64 हजार केवल बेसिक और माध्यमिक शिक्षकों की भर्तियां हुई हैं। शिक्षण संस्थान, शिक्षक विहीन न हो इसके लिए सेवानिवृत्त शिक्षकों की एक निश्चित मानदेय पर, नए शिक्षकों की तैनाती तक, सेवाएं लेने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा से जुड़े हुए सभी संस्थाओं में इस प्रक्रिया को वर्ष 2017-18 से लगातार प्रभावी ढंग से लागू किया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के अधीन आने वाले विद्यालयों को मान्यता देने के लिए एनआईसी द्वारा निर्मित वेब पोर्टल का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने गत वर्ष 56 लाख विद्यार्थियों की नकल विहीन परीक्षा सम्पन्न कर और 14 दिनों में परिणाम घोषित करके अन्य बोर्डों और संस्थाओं के सामने मानक प्रस्तुत किया है।
