ट्रेंडिंगदिल्ली-एनसीआरदेशराजनीतिव्यापार

लोकसभा चुनाव खत्म होते ही हाइवे का सफर हुआ महंगा

एनएचएआई ने देशभर में टोल दरों की पांच फीसदी की बढ़ोतरी

सोमवार से लागू प्रभावी हो गई टोल टैक्स की नई दरें
अमूल व मदर डेयरी के दूध पर भी महंगाई की मार
LP Live, New Delhi: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने देशभर में टोल दरों में औसतन पांच फीसदी बढ़ोतरी का का निर्णय लिया है। नेशनल राष्ट्रीय राजमार्गो के टोल टैक्स की ये नई दरें आज सोमवार से लागू हो गई है। वहीं एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करने वाले वाहनों को बढ़ी हुई टोल दरों के हिसाब से भुगतान करना होगा।

दरअसल एनएचएआई हर साल एक अप्रैल को टोल दरों में संशोधन करता है, लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव की जारी प्रक्रिया के कारण एक अप्रैल को टोल दरों में संशोधन नहीं हो पाया, जिसकी घोषण अब की गई है। टोल दरों में हुए संशोधनों के तहत एक्सप्रेसवे पर दौड़ने वाले वाहन चालकों को कुछ अधिक भुगतान करना पड़ेगा। एनएचएआई के अनुसार नई टोल दरें तीन जून सोमवार से प्रभावी हो गई हैं। देशभर में राष्ट्रीय राजमार्गो पर करीब 855 टोल प्लाजा हैं, जिन पर राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क (दरों का निर्धारण और संग्रह) नियम, 2008 के अनुसार शुल्क लगाया जाता है। इनमें से 675 सार्वजनिक वित्त पोषित टोल प्लाजा हैं, तो वहीं 180 रियायतग्राहियों द्वारा संचालित टोल प्लाजा हैं।

एनएचआईए द्वारा टोल दरों में संशोधन के बाद दिल्ली से मेरठ और दिल्ली से हापुड़ तक के सफर के लिए लगभग आठ रुपये ज्यादा चुकाने पड़ सकते हैं, जबकि गाजियाबाद से अलीगढ़ के बीच लुहारली टोल पर सात रुपये ज्यादा चुकाने पड़ सकते हैं। जबकि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, दिल्ली-हापुड़ एक्सप्रेसवे और गाजियाबाद-अलीगढ़ हाईवे पर टोल वसूलने की जिम्मेदारी निजी कंपनियों पर है। अनुबंध के मुताबिक हर साल टोल शुल्क में बढ़ोत्तरी का प्रावधान है लेकिन टोल दरें तय करने का अधिकार इन कंपनियों को नहीं है बल्कि एनएचएआई खुद दरें निर्धारित करता है।

कितना पड़ेगा भार
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के सफर का उदाहरण लें, तो दिल्ली (सराय काले खां) से मेरठ तक सफर के लिए हल्के निजी वाहनों को एक तरफ की यात्रा के लिए 160 रुपये के बजाए 168 रुपये और हल्के व्यावसायिक वाहनों (एलसीवी) का 250 के बजाए 262 रुपये टोल शुल्क देना पड़ सकता है। जबकि दिल्ली (सराय काले खां) से हापुड़ तक हल्के निजी वाहनों का टोल शुल्क 165 रुपये से बढ़कर 173 रुपये, तो हल्के व्यावसायिक वाहन (एलसीवी) का 265 रुपये की जगह 278 रुपये टोल शुल्क देना पड़ेगा। गाजियाबाद से अलीगढ़ के बीच लुहारली टोल पर निजी वाहनों के लिए 140 रुपये देने पड़ते हैं, जो अब 147 रुपये देने पड़ सकते हैं।
——
दूध पर भी पड़ी महंगाई की मार
दिल्ली-एनसीआर में दूध और दुग्ध उत्पाद बेचने वाली कंपनी मदर डेयरी का दूध सोमवार से दो रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया। इससे पहले अमूल ने भी अपने दूध के दाम आज से दो रुपये प्रति लीटर तक बढ़ाने की घोषणा की थी। कंपनी द्वारा कीमतों में बढ़ोतरी के बाद टोकन दूध का दाम बढ़कर 54 रुपये प्रति लीटर हो गया है। यह पहले 52 रुपये प्रति लीटर था। टोन्ड दूध का दाम बढ़कर अब 56 रुपये प्रति लीटर हो गया है जो पहले 54 रुपये प्रति लीटर था। गाय के दूध का रेट बढ़कर 58 रुपये प्रति लीटर हो गया है। यह पहले 56 रुपये प्रति लीटर था। भैंस के दूध का दाम 70 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 72 रुपये प्रति लीटर हो गया है। डबल टोन्ड दूध का रेट बढ़कर 50 रुपये प्रति लीटर हो गया है, जो पहले 48 रुपये प्रति लीटर था।

 

admin

लोकपथ लाइव वेबसाइड एक न्यूज बेवसाइट है। यहां खबरों के साथ देश के प्रतिभाशाली व्यक्तियों का परिचय भी उनकी उपलब्धियों के साथ कराना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। हमारा मकसद आप तक सच्ची खबरें तथ्यों के साथ पहुंचाना है। लोकपथ लाइव पर अंतराष्ट्रीय, राष्ट्रीय सहित विभिन्न राज्यों के जिलों और गांव तक की ताजा खबरें पढ़ सकते हैं। - प्रधान संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button