यूपी में शुरु हुई गेहूं की खरीद, पढ़ें..कब तक चलेगी खरीद
गेंहू का समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित


इस वर्ष बटाईदार किसान भी पंजीकरण कराकर सकेंगे गेंहू की बिक्री
LP Live, Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार ने इस साल गेंहू का 2275 रुपये प्रति कुंतल गेहूं का समर्थन मूल्य निर्धारित किया है, इसी दर पर प्रदेश में स्थापित कुल 6500 क्रय केंद्रों पर शुक्रवार यानी एक मार्च को सरकारी खरीद केंद्रों पर गेंहू की बिक्री शुरु हो गई है, जो 15 जून तक चलेगी। खासबात ये है कि योगी सरकार ने इस साल बंटाईदारों को भी गेंहू की खरीद के लिए पंजीकरण कराने की व्यवस्था की है।
उत्तर प्रदेश खाद्य व रसद विभाग के मुताबिक पहली मार्च से गेहूं की सरकारी खरीद प्रारंभ हो गई है, जो 15 जून तक चलेगी। योगी सरकार ने 2275 रुपये प्रति कुंतल गेहूं का समर्थन मूल्य निर्धारित किया है। योगी सरकार ने निर्देश दिया है कि इस दौरान किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। गेहूं की बिक्री हेतु किसानों को खाद्य व रसद विभाग के पोर्टल fcs.up.gov.in पर विभाग के मोबाइल ऐप ‘UP KISHAN MITRA’ पर पंजीकरण व नवीनीकरण कराना अनिवार्य है। विभाग की ओर से किसानों से अनुरोध किया गया है कि गेहूं को ओसाकर, मिट्टी, कंकड़, धूल आदि को साफकर अच्छी तरह से सुखाकर ही क्रय केंद्र पर बिक्री के लिए लेकर जाएं।

बंटाईदार किसानों से भी होगी खरीद
योगी सरकार के निर्देश के अनुसार इस वर्ष बंटाईदार किसानों द्वारा भी पंजीकरण कराते हुए गेहूं की बिक्री की जा सकेगी। गेहूं खरीद के लिये किसानों का खाद्य एवं रसद विभाग के पोर्टल fcs.gov.in पर पहली जनवरी 2024 से ऑनलाइन पंजीयन शुरू है। अब तक 109709 किसानों ने पंजीयन करा लिया है। खाद्य व रसद विभाग के मुताबिक रविवार व अन्य अवकाशों को छोड़कर 15 जून तक क्रय केंद्रों पर प्रतिदिन गेहूं खरीद सुबह 9 से शाम छह बजे तक चलेगी। किसी भी विषम परिस्थितियों के लिए खाद्य व रसद विभाग ने टोल फ्री नंबर 18001800150 जारी किया है। किसी भी समस्या के समाधान के लिए किसान जिला खाद्य विपणन अधिकारी या तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या ब्लॉक के विपणन अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
खाद्य विभाग व अन्य क्रय एजेंसियों के कुल 6500 क्रय केंद्र स्थापित करने की योजना है। खाद्य व रसद विभाग ने गेहूं के मूल्य भुगतान पीएफएमएस के माध्यम से सीधे किसानों के आधार लिंक खाते में 48 घंटे के अंदर करने की व्यवस्था बनाई है।
