देशभर में टोल प्लाजाओं पर फास्टैग से हो रहा है संग्रह
LP Live, New Delhi: भारत में पथकर (टोल) वसूली के लिए फास्टैग प्रणाली का कार्यान्वयन एक निरंतर वृद्धि के साथ शानदार रूप से सफल साबित हुआ है। गत 29 अप्रैल 2023 को फास्टैग प्रणाली के रिए होने वाली दैनिक पथकर वसूली ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए अब तक के सर्वाधिक 193.15 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर लिया और एक ही दिन में 1.16 करोड़ लेन-देन दर्ज किया गया।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि फरवरी 2021 में देश में टोल टेक्स के लिए सभी टोल नाकों पर हरेक वाहन के लिए फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया था। सरकार की इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली के लिए फास्टैग के तहत प्लाजा की संख्या 770 से बढ़कर 1,228 हो गई है, जिसमें 339 राज्य टोल प्लाजा शामिल हैं। उपयोगकर्ताओं के बीच लगभग 97 प्रतिशत की प्रसार दर और उन्हें 6.9 करोड़ से अधिक फास्टैग जारी किए गये। इस प्रणाली ने राष्ट्रीय राजमार्ग से संबंधित शुल्क प्लाजा में प्रतीक्षा समय को कम करके उपयोगकर्ताओं के अनुभव को काफी बेहतर बनाया है। सरकार सभी सड़क उपयोगकर्ताओं को सहज और परेशानी मुक्त पथकर वसूली से जुड़े अनुभव प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है। इस संदर्भ में, भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनचएआई) भारत में फ्री-फ्लो टोलिंग सिस्टम की अनुमति देने के लिए ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस) पर आधारित टोलिंग सिस्टम के कार्यान्वयन से संबंधित जरूरी आवश्यकताओं को अंतिम रूप देने की दिशा में पूरी सक्रियता से काम कर रहा है।
देश में140 पार्किंग में भी लागू फास्टैग
राजमार्ग उपयोगकर्ताओं द्वारा फास्टैग को निरंतर और प्रगतिशील रूप से अपनाए जाने से न केवल पथकर वसूली से जुड़ी प्रक्रिया अधिक दक्ष हुई है, बल्कि सड़क से जुड़ी परिसंपत्तियों का अधिक सटीक मूल्यांकन भी हुआ है, जिससे भारत के राजमार्ग से संबंधित बुनियादी ढांचे में अपेक्षाकृत और अधिक निवेश आकर्षित हुआ है। पथकर वसूली में अपनी प्रभावशीलता के अलावा, फास्टैग ने देश भर के 50 से अधिक शहरों में 140 से अधिक पार्किंग स्थल पर पार्किंग शुल्क के लिए निर्बाध और सुरक्षित संपर्क रहित भुगतान की सुविधा भी प्रदान की है।
हाइवे के किनारे बरगद के पेड़
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दी है कि फरवरी और मार्च 2022 में एक परियोजना के तहत एनएच 965जी के बारामती-इंदापुर खंड पर महाराष्ट्र में संत तुकाराम महाराज पालखी मार्ग पर बरगद के पेड़ों का प्रत्यारोपण किया। इस दौरान 1,025 बरगद के पेड़ों को सड़क के किनारों पर सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया। उन्होंने कहा कि प्रत्यारोपित पेड़ों में से 870 यानी 85 प्रतिशत पेड़ सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि इससे न केवल पर्यावरण को संरक्षित करने में मदद मिली है, बल्कि यात्रियों को भी सुखद दृश्य का आभास हो रहा है।