अलग अलग हेयर स्टाइल वाले छात्रों के सिर मं थी जुएं
LP Live, Panipat: सरकारी स्कूल में अनुशासन बनाने के मकसद से पानीपत जिले के मतलौडा ब्लॉक के एक गांव के सरकार स्कूल में प्रधानाचार्य ने दसवीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को बाल छोटे करवाने का अल्टीमेटम दिया था, जिस पर ज्यादातर बच्चों ने बाल छोटे करवा लिये, लेकिन तीस छात्र ऐसे रहे जिन्होंने अनुशासनहीनता करते हुए बाल नहीं कटवाए। इसलिए प्रधानाचार्य ने स्कूल में नाई को बुलाकर उनके बाल कटवा दिये। प्रधानाचार्य के इस कदम को छात्रों के अभिभावकों ने भी सराहाया है।
हरियाणा के पानीपत के इस सरकारी स्कूल में इस अजीबोगरीब घटना की चर्चाओं के बाद प्रधानाचार्य ने तर्क दिया कि दसवी से बारहवीं तक की कक्ष के अधिकतर छात्र स्टाइलिस्ट बाल बढ़ाए हुए थे और उनके सिर के बालों में जुएं भी थी। स्कूल के अनुशासन बनाए रखने के प्रयास के बीच कुछ छात्रों को स्कूल परिसर में नशा करते हुए भी पकड़ा गया था। स्कूल के अनुशासन के लिए प्रधानाचार्य ने इन कक्षाओं के छात्रों के अभिभावकों को भी उनके बाल छोटे करवाने के लिए सूचना दी गई थी, कि सभी छात्रों को दस दिन में अपने सिर के बाद बहुत छोटे करने को कहा गया है। ज्यादातर छात्रों ने इस आदेश का पालन किया, लेकिन समयावधि पूरी होने के बाद तीस छात्र ऐसे रहे जिन्होंने अपने बाल लंबे और स्टालिस्ट अवस्था में रखे। इस अनुशासन का उल्लंघन करने के लिए उन्होंने उनके अभिभावकों को सूचना देते हुए उन्हें सजा के रुप में उनका मुंडन कराने का फैसला किया। बताया गया कि प्रधानाचार्य ने स्कूल में ही नाई को बुलाकर 30 छात्रों के बाल कटवाने की घटना को अंजाम दिया।
परिजनों ने भी की सराहना
स्कूल के अनुशासन और छात्रों के उज्जवल भविष्य को लेकर प्रधानाचार्य की ऐसी सख्ती की छात्रों के अभिभावकों ने भी सराहना की है। क्योंकि इन कक्षाओं के छात्र अलग अलग हेयर स्टाइल बनाकर कक्षा में आते थे, जिससे स्कूल का अनुशासन प्रभावित हो रहा था। प्रधानाचार्य ने इसके लिए सभी छात्रों के बच्चों को उनके लंबे और स्टाइलिस्ट बालों को छोटा करवाने के लिए सूचना दी, लेकिन शायद उन्होंने अपने अभिभावकों के कहने के बावजूद बालों को स्टाइल नहीं बदला। इसलिए प्रधानाचार्य ने हिदायतों के बावजूद छात्रों द्वारा आदेश का पालन न करने की सजा उनका मुंडन करवाकर दी है, जिसकी गांव में सराहना की जा रही है।