

मामले में आरोपित मोतीलाल बोरा व जार्ज फर्नाडीज का निधन हो चुका है
LP Live, New Delhi: नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जाने के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को देश में जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को केंद्र सरकार का राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। दिल्ली से लेकर मुंबई, कोलकाता, लखनऊ और चेन्नई तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर कार्यकर्ता केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
नेशनल हेराल्ड मामले में गांधी परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने इस मामले में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी और ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के खिलाफ दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया है। इससे कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बौखलाई हुई है। अदालत में ईडी द्वारा आरोप पत्र दाखिल करने का ठींकरा कांग्रेस केंद्र सरकार के सिर फोड रही है और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया है। जबकि यह एक कानूनी प्रक्रिया है। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने साल 2012 में आरोप लगाया था कि यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने एजेएल की 2,000 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्तियों को मात्र 50 लाख रुपए में हासिल किया और उन्होंने धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया। मामला अदालत में भी गया और बाद में ईडी ने इसकी जांच शुरू की और अब अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने इस मामले में राहुल गांधी, राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी और ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।

क्या है मामला
गौरतलब है कि नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की स्थापना 1938 में जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इस समाचार पत्र को एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) द्वारा प्रकाशित किया जाता था। वर्ष 2008 में वित्तीय संकट के बाद इसे बंद करना पड़ा, जहां से इस विवाद की शुरुआत हुई। साल 2010 में यंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (वाईआईएल) नाम की कंपनी बनी, जिसमें सोनिया और राहुल गांधी की 38-38 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। इस मामले में ईडी की जांच में शामिल रहे कांग्रेस नेता मोतीलाल बोरा और जार्ज फर्नांडीज का निधन हो चुका है।
