दिल्ली में 27 साल बाद बनेगी भाजपा सरकार
केजरीवाल समेत आप के कई दिग्गज नेताओं को मिली हार


कांग्रेस का एक बार फिर नहीं खुला खाता
LP Live, New Delhi: भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करके 27 साल बाद भगवा लहरा दिया है। वहीं पिछले तीन बार की आप सरकार को दिल्ली की जनता ने नकार दिया। खासबात है कि आम आदमी पार्टी के संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज समेत कई बड़े नेता अपना चुनाव हार गये और आप के दिग्गज चेहरों में केवल मुख्यमंत्री आतिशी ने अंतिम क्षणों में बढ़त लेकर साख बचाई है।
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर पांच फरवरी को हुए चुनाव के बाद शनिवार को सुबह मतगणना शुरु हुई। शुरु से ही सामने आए रूझानों में भाजपा ने बढ़त बनाना शुरु कर दिया था। इन रूझानों में आप संयोजक अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली विधानसभा सीट पर भाजपा के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के मुकाबले पिछड़े हुए थे और केवल एक बार रुझानों में आगे नजर आए, लेकिन उसके बाद भाजपा प्रत्याशी के सामने पीछे हो गये और अंत में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। इसी प्रकार आप के पूर्व डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया जंगपुरा सीट पर लगातार पीछे रहे और भाजपा के तरविंदर सिंह मारवाह से चुनाव हार गये। ग्रेटर कैलाश से आप सरकार में मंत्री रहे सौरभ भारद्वाज और मालवीय नगर से सोमनाथ भारती को भी भाजपा प्रत्याशियों के सामने करारी हार का सामना करना पड़ा। कालकाजी विधानसभा सीट पर दिल्ली की मुख्यमंत्री और आप प्रत्याशी आतिशी अंतिम दौर की मतगणना में बढ़त बनाकर भाजपा प्रत्याशी रमेश विधूडी को हराकर जीती हैं। समाचार लिखे जाने तक भाजपा रुझानों में भाजपा 48 और आप 22 सीटों पर आगे चल रही थी। सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 36 का है, जिससे भाजपा बहुत आगे है।

कौन हैं केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेताओं में शुमार रहे साहिब सिंह वर्मा परवेश वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा ने आप के संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को हराकर इतिहास रच दिया है। प्रवेश वर्मा पश्चिमी दिल्ली से सांसद भी रहे चुके हैं, जिनका भाजपा ने दिल्ली चुनाव के दृष्टिगत लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया था। शायद केजरीवाल को हराने के लिए उन्हें दिल्ली की राजनीति में उतारा है और भाजपा का यह राजनीतिक प्रयोग बेहद सफल भी रहा है। उन्होंने उस केजरीवाल को हराया है, जिसने मोदी को चुनौती देते हुए कहा था कि दिल्ली में आप और उसे हराने के दूसरा जन्म लेना पड़ेगा, क्योंकि इस जन्म में तो उसे कोई नहीं हरा सकता। भाजपा ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए प्रवेश वर्मा के जरिए केजरीवाल को धूल चटा दी है। प्रवेश वर्मा के चाचा आजाद सिंह ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर के रूप में काम किया और 2013 के विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा के टिकट पर मुंडका निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा।
