दिल्ली कोचिंग हादसा: सीबीआई करेगी छात्रों की मौत की जांच
दिल्ली हाईकोर्ट ने सिस्टम पर सवाल उठाते हुए आदेश
दिल्ली पुलिस को भी लगाई जमकर फटकार
LP Live, New Delhi: दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के आईएएस कोचिंग सेंटर हादसे की जांच सीबीआई को सौंप दी है। कोर्ट ने केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) को सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत की सीबीआई जांच की निगरानी के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को नामित करने का निर्देश दिया। न्यायाधीश ने दिल्ली पुलिस को भी एमसीडी की फाइल न मिलने पर फटकार लगाते हुए सिस्टम पर सवाल उठाए।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार शाम हुई बारिश से ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में एक आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में भारी बारिश होने के कारण पानी भर जाने से वहां कोचिंग लेने आई दो छात्राओं व एक छात्र की डूबने से मौत हो गई थी। राहत और बचाव के कार्य के बाद दो दर्जन से ज्यादा छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला गया था। इस हादसे की गंभीरता को लेकर दिल्ली पुलिस भी जांच में जुटी है। शुक्रवार को इस मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को फटकार लगाते हुए आदेश दिया कि कोर्ट इस जांच को सीबीआई को स्थानांतरित कर रही है। हादसे की अब तक हुई जांच पर नाराजगी जाहिर करते हुए कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को जमकर फटकार लगाई, जिसमें पुलिस ने एमसीडी की फाइल न मिलने की बात कही। इस पर कोर्ट ने सिस्टम पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि पुलिस को फाइल नहीं मिल रही तो एमसीडी ऑफिस जाकर फाइल को जब्त कर लिजिए? वहीं वहीं कोर्ट ने एसयूवी ड्राइवर की गिरफ्तारी पर भी नाराजगी जताते हुए कहा कि मेहरबानी है कि आपने बारिश के पानी का चालान नहीं काटा।
डीसीपी का तर्क
कोर्ट की टिप्पणी पर डीसीपी बोले कि जब पानी आया तो वहां पर करीब 20 से 30 बच्चे थे। अचानक काफी तेजी से पानी आया। ये एक बड़ा सा हॉल था। जब ये हुआ तो वहां का लाइब्रेरियन भाग गया था। काफी बच्चे निकालने में कामयाब हुए, लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि शीशा टूट गया। एक टेबल के कारण भी निकलने में दिक्कत आई। वहां पर कोई बायोमेट्रिक नहीं था। डीसीपी ने कहा कि हमारा बीट कांस्टेबल भी वहां पर पहुंचा था उसके गले तक पानी आ गया था बाद में हमने एनडीआरएफ की मदद से राहत और बचाव का काम किया।
पटेलनगर में भी छात्र की मौत
इसी सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी के पटेल नगर इलाके में एक पीजी में रहकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे 26 वर्षीय छात्र निलेश राय की करंट लगने मौत हो गई थी। बारिश के कारण जलजमाव होने से एक बिजली के खंभे के पास बने लोहे के गेट में करंट का प्रवाह हो गया था। निलेश पास की लाइब्रेरी से अपने पीजी आवास पर वापस जा रहा था, जब वह पानी से भरी सड़क पर फिसल गया। संतुलन बनाने के लिए उसने लोहे के गेट को पकड़ लिया और बिजली की चपेट में आ गया।