कोरोना अलर्ट: संसद में मास्क लगाना अनिवार्य
चीन के मुद्दे पर जारी है विपक्ष का हंगामा, सदन से वाकआउट
दोनों सदनों में पीठासीन, पीएम एवं मंत्री व सदस्य मास्क पहने नजर आए
LP Live, New Delhi: संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार और विपक्ष का विभिन्न मुद्दों को लेकर तकरार जारी है। चीन के साथ विवाद पर गुरुवार को भी चर्चा की मांग को लेकर दोनों सदनों में हंगामा किया। कार्यस्थगन और चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने सदन की कार्यवही का बहिष्कार भी किया। वहीं दूसरी ओर चीन जैसे देशों में बढ़े कोराना मामलों के बाद भारत में अलर्ट जारी होने के बाद संसद में मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया। इसका असर यह दिखा कि लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा के सभापति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री व अधिकांश सांसद भी अपने अपने सदन में मास्क लगाए नजर आए।
संसद में गुरुवार का दिन भी हंगामे से अछूता नहीं रह सकता। चीन विवाद और अन्य मुद्दों को लेकर विपक्षी दल पहले से ही सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं। संसद के दोनों सत्रों की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने गुरुवार को भी चीनी मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की। हंगामा करते विपक्षी दलों ने सदन से वाकआउट कर दिया। कोरोना के प्रति सतर्कता बरतने की दिशा में लोकसभा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी सदस्यों से मास्क लगाने की अपील की। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सदन में प्रवेश कर रहे सभी सांसदों मंत्रियों और अधिकारियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया। जो भी सांसद बिना मास्क पहने अंदर जा रहे थे उन्हें मास्क दिया जा रहा था। लोकसभा अध्यक्ष ने सतर्कता और सावधनी बरतने की अपील की।
राज्यसभा में भी हंगामा
उच्च सदन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम चीन पर चर्चा चाहते हैं और पीयूष गोयल से माफी चाहते हैं। खरगे ने कहा कि आप हमारी बात से परेशान हो रहे हैं। इस पर पीयूष गोयल ने कहा कि खरगे जो मुद्दा उठा रहे हैं उस पर पहले भी बताया जा चुका है कि इतिहास में ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई है। रक्षा मंत्री विस्तार से सदन को जानकारी दे चुके हैं।
गोयल ने भी मांगी सफाई
पीयूष गोयल ने कहा कि 1962 में इन्हीं के पार्टी से आए प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश का अगर एक हिस्सा अलग हो गया तो क्या बड़ी बात है क्योंकि वहां पर तो घास का एक तिनका भी नहीं उगता है। पीयूष गोयल ने एक बार फिर राजीव गांधी फाउंडेशन का मुद्दा राज्यसभा में उठाया. गोयल ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मेरा बिहार या बिहारियों के अपमान की कोई मंशा नहीं थी. बता दें कि गोयल ने इससे पहले अपने एक बयान में कहा था कि “इनका बस चले तो पूरे देश को बिहार बना देंगे.”
विपक्ष हुआ लामबंद
संसद में चीनी घुसपैठ पर सरकार से चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात करके लामबंदी का परिचय दिया। चचा के लिए आज कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी और मनीष तिवारी ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत कार्यस्थगन का नोटिस दिया। चर्चा न होने पर राज्यसभा में भी विपक्षी सांसदों ने सदन की कार्यवाही से वॉकआउट कर दिया।