सरकार नशे के खिलाफ कर रही है सख्त कार्रवाई: मुख्यमंत्री
LP Live, Chandigarh: हरियाणा में जहरीली एवं नकली शराब पीने की वजह से पिछले महीने नवंबर में सोनीपत में 03 और पानीपत में एक व्यक्ति की मौत हुई थी। जबकि पिछले सात साल में अब तक जहरीली और नकली शराब का सेवन करने से प्रदेश में 36 लोगों की मौते हो चुकी हैं। जबकि विपक्षी दलों का दावा है कि 2016 से नवंबर 2022 तक प्रदेश में जहरीली शराब के सेवन से 530 मौतें हो चुकी हैं।
हरियाणा विधानसभा के शुरू हुए शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को कहा कि प्रदेश में नशा को जड़ से खत्म करने के लिए राज्य सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। नशा तस्करी में शामिल लोगों पर कानूनी रूप से सख्त कानूनी कार्रवाई हो रही है। वहीं उनकी अवैध संपत्तियों को भी चिह्नित कर उन्हें ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषी लोगों की गलत तरीके से कमाई से उसकी संपत्ति या घर बनाए गए हैं, सरकार उन्हें बुल्डोजर का इस्तेमाल करते हुए ध्वस्त या जब्त कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अवैध और नकली शराब का मुकाबला करने के लिए हरियाणा आबकारी अधिनियम,1914 के प्रावधानों में संशोधन किया गया है। धारा 61 के प्रावधानों को और सख्त किया गया है।
चिट्टे की ओवर डोज ने ली 84 युवाओं की जान
सदन में विधायक अभय सिंह चौटाला ने दावा किया है कि सरकार के आंकड़ो के विपरीत चिट्टे की ओवरडोज से 18 से 35 साल के 84 युवाओं की भी प्रदेश में मौत हो चुकी है। चौटाला के सवालों के जवाब में गृहमंत्री अनिल विज ने सदन को बताया कि इस साल 22 नवंबर को प्रदेश में जहरीली व नकली शराब पीने से तीन सोनीपत और एक व्यक्ति की जिला पानीपत में मौत हुई है। विपक्षी दलों ने सदन में दावा किया है चार नहीं बल्कि इस दौरान सोनीपत, पानीपत और फरीदाबाद जिलों में 47 लोगों की मौत हो गई थी। विपक्षी दलों का पिछले सात साल में जहरीली शराब के सेवन से 530 मौतें होने के विपरीत सरकार का दावा है कि पिछले सात साल में 36 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने के कारण दर्ज की गई हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में वर्ष 2016 में कुल 02 तथा वर्ष 2020 में 30 व्यक्तियों की मौतें हुई। इन सालों के दौरान मादक पदार्थो की तस्करी करने और नशे का सामान बेचने वालों के खिलाफ चल रही कार्यवाही के दौरान वर्ष 2022 में 15 दिसंबर तक 13,387 लोगों को गिरफ्तार किया गया। वहीं प्रदेश में 401522 वैध शराब की बोतलें, 35462 अवैध शराब की बोतलें और 54 शराब की भट्ठियां, 282872 अंग्रेजी शराब की बोतलें और 54132 बीयर की बोतलें बरामद की गई। इसी प्रकार पिछले सात सालों में बड़े पैमाने पर नकली शराब के कारोबार के खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई हुई है।
प्रशासन की सख्त निगरानी
सदन में बताया गया कि आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा शराब की अवैध बिक्री न हो इसके लिए विभाग द्वारा नियमित रूप से शराब की दुकानों की चेकिंग की जा रही है शराब की अवैध बिक्री पर और अंकुश लगाने के लिए जिला अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गए हैं कि जिले के सभी थोक लाईसेंस वाले परिसरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हों और डीईटीसी (आबकारी) को लाइव फीड उपलब्ध हो। अवैध और नकली शराब का मुकाबला करने के लिए हरियाणा आबकारी अधिनियम,1914 के प्रावधानों में संशोधन किया गया है। धारा 61 के प्रावधानों को और सख्त किया गया है।
विजिलेंस ने वसूला करोड़ो का जुर्माना
गृहमंत्री के अनुसार प्रदेश में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत विजिलेंस ने भी एफआइआर भी दर्ज की है जिसके तहत 63 करोड़ 15 लाख 17 हजार 600 रुपए का जुर्माना लगाया गया है और 7 करोड 68 लाख 25 हजार 753 रूपय रिकवर भी किए जा चुके हैं। कुछ मामले अभी कोर्ट में जारी है और जांच यह चल रही है।