Uncategorized

नवंबर में ही देहरादून से ठंडा हुआ मुजफ्फरनगर, मेरठ और दिल्ली का मौसम

LP Live, Desk:  नवंबर शुरू होते ही ठंड का प्रकोप  बढ़ने लगा है। यह ठंड बढ़ते-बढ़ते आसपास सहित पहाड़ी क्षेत्रों को पीछे छोड़ने लगी है। सुनकर ताज्जुब होगा कि शुक्रवार को मुजफ्फरनगर का मौसम देहरादून से भी ठंडा रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सीयस दर्ज किया गया है। बढ़ती ठंड को देखते हुए लोगों ने बचाव के उपाय शुरू कर दिए है, लेकिन अभी प्रशासन ने सर्दी के लिए हाेने वाले इंतजामों पर गौर नही किया है। इसके साथ ही सुबह और शाम को कोहरा और धुंध छाने से भी ठंड का असर महसूस होने लगा है। जिसको देखकर लोग आने वाले दिनों में होने वाली अधिक ठंड से बचने के उपायों में जुट गए हैं।

पहाड़ों पर औसत से अधिक बर्फबारी का असर अभी शुरू नहीं हुआ है, लेकिन मैदानी क्षेत्रों में नवंबर महीने में ठंड अपना प्रभाव दिखाने लगी है। सुबह और रात में हल्की ठंडी हवाएं चलने से लोग छोटे बच्चों को कपड़ों में छिपाकर बाहर निकल रहे हैं। दिन और रात के तापमान में असर पड़ रहा है। दिन के मुकाबले रात ज्यादा ठंडी हो गई हैं। मध्य रात्रि के बाद चलने वाली हवाएं सुबह सर्दी के सितम को बढ़ा रही है। कोहरा और धुंध छाने से वाहनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लग रहा है। शुक्रवार को मौसम ने ठंड की ओर करवट बदल ली है। मुजफ्फरनगर में देहरादून, दिल्ली और मेरठ से भी अधिक ठंड महसूस की गई है।

मुजफ्फरनगर का न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को देहरादून का न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस तथा मेरठ का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तथा दिल्ली का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सीयस दर्ज किया गया है। इस हिसाब से मुजफ्फरनगर पहाड़ी क्षेत्र से भी ठंडा दिखाई देने लगा है। बता दें कि न्यूनतम तापमान रात के समय में दर्ज किया जाता है। यह पहला मौका नहीं है जब मुजफ्फरनगर पहाड़ी क्षेत्रों की तुलना में ठंडा हुआ है। पहले मुजफ्फरनगर शिमला, मसूरी से भी ठंडा दर्ज हो चुका है।

admin

लोकपथ लाइव वेबसाइड एक न्यूज बेवसाइट है। यहां खबरों के साथ देश के प्रतिभाशाली व्यक्तियों का परिचय भी उनकी उपलब्धियों के साथ कराना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। हमारा मकसद आप तक सच्ची खबरें तथ्यों के साथ पहुंचाना है। लोकपथ लाइव पर अंतराष्ट्रीय, राष्ट्रीय सहित विभिन्न राज्यों के जिलों और गांव तक की ताजा खबरें पढ़ सकते हैं। - प्रधान संपादक

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button