यूपी के कुख्यात अपराधी संजीव जीवा की कोर्ट में हत्या
मुख्तार अंसारी का करीबी शूटर था संजीव माहेश्वरी ऊर्फ जीवा
LP Live, Desk: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी संजीव जीवा की लखनऊ सिविल कोर्ट के बाहर वहां अधिवक्ता के वेश में पहुंचे एक युवक ने गोली मारकर हत्याम कर दी है। फायरिंग में एक बच्ची, महिला व पुलिस कांस्टेबल भी घायल हो गया है। संजीव माहेश्वर उर्फ संजीव जीवा लंबे समय से लखनऊ जेल की सिक्योरिटी बैरक में बंद था।
घटना के अनुसार लखनऊ के एसएसटी कोर्ट में सुनवाई के लिए आए कुख्यात गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ संजीव जीवा पर बुधवार की दोपहर कोर्ट के बाहर ही वकील के वेश ने फायरिंग कर दी, जिसकी गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई। हमलावर युवक को वहां लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है, जिसकी पहचान विजय यादव पुत्र श्यामा यादव निवासी केराकत जिला जौनपुर के रुप में हुई। कोर्ट के बाहर हुई फायरिंग से अफरातफरी का माहौल बन गया और सनसनी फैल गई, जहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। संजीव माहेश्वरी जीवा भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में सह-आरोपी था, जिसमें मुख्तार अंसारी भी आरोपी है।
कुख्यात अपराधी था जीवा
संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा ने वर्ष 1995 से संगीन घटनाओं को अंजाम दिया। संजीव जीवा अंतर राज्य गैंग का लीडर था। उसके खिलाफ हत्या, रंगदारी, लूट, डकैती, अपहरण, गैंगस्टर जैसी संगीन धाराओं में दो दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। जीवा मुन्ना बजरंगी का करीबी सहयोगी था, जिसकी 2018 में बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। कोलकाता के एक व्यापारी के बेटे का अपहरण कर दो करोड़ की फिरौती मांगने से लेकर पूर्वांचल के विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी और कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी उसका नाम आया था। जीवा माफिया डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी के बेहद करीबी माना जाता था। जीवा पर विधायक कृष्णानंद राय तथा पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या का भी आरोप है। भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के आरोपी मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या के बाद से ही सह अभियुक्त संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी।
शामली जिले का निवासी
संजीव जीवा मूल रूप से शामली जिले के गांव आदमपुरा का रहने वाला है। संजीव जीवा की पत्नी ने राष्ट्रीय लोकदल से मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट पर चुनाव भी लड़ा था, जिसमे उनकी जनामत भी जब्त हो गई थी। वर्तमान में संजीव जीवा लखनऊ की जेल में बंद चल रहा था। जीवा एक कंपाउंडर के रूप में कार्य करता था, जो बाद में अपराधिक करियर की दुनिया में आया और फिर अंडरवर्ल्ड का सदस्य बन गया।