Muzaffarnagar: शहर से कब हटेगा नए राशन कार्ड बनने की रोक से ग्रहण


LP Live, Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर शहर में अभी बड़ी संख्या में पात्र लोग राशन कार्ड से वंचित है। करीब एक वर्ष से आवेदन के बाद भी पात्रों के राशन कार्ड नहीं बन पा रहे है, जिसका बड़ा कारण शहरी क्षेत्र में कार्डों की संख्या लक्ष्य से अत्यधिक होना है। इसके पीछे नगरपालिक मुजफ्फरनगर में 11 ग्राम पंचायतों में शामिल होने से कार्डों की संख्या बढ़ना है। इस समस्या को खत्म करने के लिए पूर्ति विभाग के अधिकारी और निरीक्षक सत्यापन कार्यों में लगे हैं, जिसके बाद बड़ी संख्या में अपात्रों के कार्ड भी काटे जा चुके हैं।

मुजफ्फरनगर के क्षेत्रीय पूर्ति कार्यालय के अंतर्गत कुल 85 राशन की दुकाने हैं, जिसमें 25 दुकानें वह भी शामिल है, जो नगरपालिका मुजफ्फरनगर में शामिल हुए गांवों में संचालित थी। अब इन दुकानों के शहरी क्षेत्र में शामिल होने से पूर्ति विभाग के सामने शहरी क्षेत्र में राशन कार्डों के लक्ष्य की समस्या खड़ी हो गई है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार शहरी क्षेत्र में कार्डों के बनाने का लक्ष्य 65 प्रतिशत है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र से शहरी क्षेत्र में शामिल हुई 25 दुकानों के कार्ड बढ़ने से लक्ष्य अत्यधिक बढ़ गया, जिससे सामान्य करने में विभाग के निरीक्षक और क्षेत्रीय अधिकारी के पसीने छूट गए। करीब छह महीने से अधिक समय से चल रहे सत्यापन कार्य के बाद अब विभाग शहर में 63 प्रतिशत तक पहुंचा है, जिसमें करीब पांच हजार से अधिक यूनिट काटी गई है। विभागीय अधिकारियों की माने तो जनवरी से शहरी क्षेत्र की स्थिति नए कार्ड बनाने लायक होगी, जिसके बाद ही नए पात्रों के कार्ड बनाए जा सकेंगे। मुजफ्फरनगर में 76084 राशन कार्ड चल रहे हैं, जिसमें 3.44 लाख यूनिट शामिल है। डीएसओ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि मुजफ्फरनगर में कुछ गांव शामिल हाने के कारण शहरी क्षेत्र में राशन कार्ड बढ़ गए थे, जिनका सत्यापन कार्य चल रहा है। अपात्रों के कार्ड काटे जा रहे हैं। नए राशन कार्ड बनाने के लिए जगह खाली की जा रही है, जिसके बाद नए कार्ड बनेंगे। जनवरी से कार्ड बनने शुरू हो सकेंगे।
