जीएसटी जांच के दायरे में आई मुजफ्फरनगर की 73 फर्में


LP Live, Muzaffarnagar: इंडिया फेक रजिस्ट्रेशन अभियान के तहत जनपद में भी कई व्यापारियों और उद्यमियों की फर्मे जांच के लिए चिन्हित हुई है। इन फर्मों की जांच स्टेट जीएसटी टीम और सेंट्रल जीएसटी टीम अपने-अपने स्तर से कर रही है। हालांकि विभाग के अधिकारियों का दावा है कि जनपद में अभी कोई सफलता हाथ नहीं लगी है, लेकिन कुछ व्यापारियों पर जीएसटी चोरी जरूर मिली है। नोटिस देने के बाद 20 से अधिक ने जवाब नहीं दिया है, जो संदेह के घेरे में आ रहे हैं।

दिल्ली-नोएड़ा सहित उत्तर प्रदेश के अन्य बड़े शहरों में पिछले दिनों फर्जी आइडी पर जीएसटी विभाग में पंजीकरण के मामले पकड़ में आए हैं। नोएड़ा में तो ऐसे मामले पकड़े गए, जहां एनआरआई लोगों की आइडी पर जीएसटी विभाग में पंजीकरण ले रखा है। इन मामलों में स्टेट जीएसटी विभाग के अफसरों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे में सेंट्रल जीएसटी विभाग के मुख्यालयों ने जनपद में कुछ फर्माें के नाम जारी कर जांच के आदेश दिए थे। इसी कड़ी में मुजफ्फरनगर में भी 73 फर्में चिन्हित हुई है। इनकी जांच सेंट्रल जीएसटी विभाग के निरीक्षक कर रहे हैं। मुजफ्फरनगर में लोहा उद्योग, पेपर उद्योग सहित अधिकतर छोटी फर्में शामिल हैं। सेंट्रल जीएसटी विभाग के स्थानीय अधिकारियों का दावा है कि मेरठ डिवीजन से मिली सूची के हिसाब से लगभग 50 फर्मों की जांच पूरी की जा चुकी है। कुछ अन्य फर्मों की जांच चल रही है। इसमें देखा जा रहा है कि जो फर्में पंजीकृत है। वह संचालित है या नही तथा यह भी देखा जा रहा है कि फर्जी आइडी लगाकर तो पंजीकरण नहीं लिया गया है। उधर स्टेट जीएसटी विभाग के ज्वाइंट कमिशनर प्रशासक अजय कुमार ने बताया कि 15 जुलाई तक यह अभियान चलेगा। 32 फर्मों की जांच की गई। फर्जी आइडी नहीं मिली है, लेकिन जीएसटी चोरी मिली है, जिसे जमा कराया गया है।
