मुजफ्फरनगर में पकड़े गए सात फर्जी शिक्षक


LP Live, Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर के इंटर कालेजों में नियुक्ति के लिए फर्जी समायोजन आदेश लेकर पहुंचे सात फर्जी शिक्षक पकड़ में आए हैं। डीआईओएस ने बरला इंटर कालेज में चार फर्जी शिक्षकों को ज्वाइन भी करा दिया था, लेकिन अन्य तीन फर्जी शिक्षकों की जांच में मामला चयन बोर्ड से खुल गया। इसके बाद सात फर्जी शिक्षकों के खिलाफ दो थानों में तहरीर दी गई है।
वर्ष 2021 में उत्तर प्रदेश सरकार एलडी ग्रेड शिक्षकों की नियुक्ति की थी। इस दौरान सभी जनपदों में कई विद्यालय ऐसे थे, जिनके लिए शिक्षक तो भेज दिए, लेकिन वहां शिक्षक की रिक्तियां मानकों के हिसाब से नही बैठ रही थी। इसके बाद इन शिक्षकों के लिए समायोजन की प्रक्रिया उत्तर प्रदेश माध्यमिक चयन बोर्ड स्तर से ही शुरू हुई। इस बीच गैंग सक्रिय हो गया, जिसने एक फर्जी समायोजन पैनल बनाया, जिसने फर्जी समायोजन आदेश कर उन लोगों के नाम आदेश बनाए, जिनका उत्तर प्रदेश शिक्षक चयन बोर्ड से कभी आदेश ही नहीं हुआ। ऐसे ही सात लोग मुजफ्फरनगर में नियुक्ति के लिए भेजे गए। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बरला इंटर कालेज में चार फर्जी शिक्षकों को डीआइओएस ने ज्वाइन कराकर उनकी जांच के लिए प्रपत्र चयन बोर्ड में भेजे। इसके बाद चयन बोर्ड से ज्वाइनिंग फर्जी ठहराई गई। इसके आधार पर डीआइओएस ने शेष आवेदन की जांच की, जिसमें तीन फर्जी शिक्षक और मिले, जिनके खिलाफ डीआइओएस ने मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने में तहरीर दी है।

इन फर्जी शिक्षकों की खुली पोल: डीआइओएस गजेंद्र कुमार ने बताया कि वाराणसी के क्रांति कुमार ने सीतापुर के विद्यालय से बरला इंटर कालेज छपार, देवरिया के उत्तम कुमार ने मिरजापुर के विद्यालय से सर्वोदय इंटर कालेज नूनीखेड़ा, देवरिया के मरकंडेय राव ने गोरखपुर के विद्यालय से मीरापुर के एसडी इंटर कालेज, मेरठ पल्लवपुरम के गोपीचंद ने वाराणसी के विद्यालय से नूनीखेडा के सर्वोदय इंटर कालेज, मेरठ मसूरी के राजकुमार ने बहराइच के विद्यालय से बरला इंटर कालेज, वाराणसी के विकास तिवारी ने बुलंदशहर के विद्यालय से बरला इंटर कालेज छपार, सिद्धार्थनगर के विवेक शुक्ला ने प्रयागराज के विद्यालय से बरला इंटर कालेज छपार के लिए फर्जी समायोजन आदेश बनवाए है, जो जांच के दौरान चयन बोर्ड में पकड़े गए। इन सात फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
