

केंद्र व दिल्ली सरकार के बीच हुआ समझौता, एक लाख परिवारों को मिलेगा लाभ
LP Live, New Delhi: आखिरकार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी शनिवार को पीएम आयुष्मान योजना को लागू करने के लिए केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ है। अब इस योजना के तहत पंजीकृत व्यक्ति को 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा] जिसमें से सात लाख रुपये का खर्च दिल्ली सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
दिल्ली में आयुष्मान भारत योजना का शनिवार को औपचारिक शुभारंभ हो गया। इससे यहां के लोगों के लिए स्वास्थ्य बीमा कवरेज को एक नया आयाम मिलेगा। दिल्ली सरकार और नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के बीच इस संबंध में एक एमओयू साइन किया गया। योजना के शुभारंभ के मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने कहा कि यह गर्व का क्षण है कि दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य कवरेज योजना, जो देश के 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू की गई है, अंततः राष्ट्रीय राजधानी में भी लागू हो रही है। यह योजना विश्वास पर आधारित है, इसलिए इसे बीमा योजना नहीं, बल्कि आश्वासन योजना कहा जाता है। आर्थिक जाति जनगणना के आधार पर 50 करोड़ लोगों को इस योजना के अंतर्गत लाया गया है, जिससे यह ऐसा करने वाली पहली योजना बन गई है। उन्होंने बताया कि आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित 36 लाख फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को इस योजना और प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना के अंतर्गत लाया गया है, ताकि स्वास्थ्य और जीवन बीमा दोनों को कवर किया जा सके। उन्होंने कहा कि इन फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को व्यापक सामाजिक सुरक्षा कवरेज के दायरे में लाने के लिए ऐसा किया गया है।

सीएम रेखा का आप पर तंज
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पूर्ववर्ती आप सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह योजना दिल्ली की जीवन रेखा बन सकती थी, लेकिन पिछली सरकारों की साजिशों के कारण इसे दिल्ली में लागू नहीं किया जा सका। हम सभी अपने पूरे मंत्रिमंडल की ओर से, सभी सांसदों की ओर से और दिल्ली की जनता की ओर से केंद्र सरकार का, विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करना चाहते हैं, जिन्होंने दिल्ली में इस स्वास्थ्य योजना को लागू किया और दिल्लीवासियों के लिए बड़ा फंड मुहैया कराया। इस योजना के लागू होने से अब दिल्ली के लोग भी बिना किसी चिंता के, सुकून से जीवन जी सकेंगे। गौरतलब है कि इससे पहले दस साल सत्ता में रही आम आदमी पार्टी की सरकार ने केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना को लागू नहीं किया था, जिसे भाजपा की सरकार ने अब यह कदम उठाया है, ताकि यह योजना समाज के कमजोर वर्गों के लिए जीवन रक्षक साबित हो सकती है।
योजना का पंजीरकण शुरु
दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि इस समझौते के तहत आयुष्मान योजना के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरु होने जा रही है और अगले एक महीने में लगभग एक लाख परिवार इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। इसके लिए पहले चरण में एएवाई और पीआरएस कार्डधारकों को प्राथमिकता दी जाएगी। जबकि अन्य पात्र परिवारों के लिए नियम और शर्तें जल्द ही तय की जाएंगी और आम जनता के सामने प्रस्तुत की जाएंगी। माना जा रहा है कि आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए कई नियम व शर्तें हैं। मगर दिल्ली में करीब 4 लाख से ज्यादा ऐसे लोग हैं, जिन्हें आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए सिर्फ आधार कार्ड की जरूरत होगी।
केवल आधार कार्ड की जरुरत
दिल्ली में रहने वाले बुजुर्ग नागरिकों की। 70 साल या उससे अधिक उम्र के बुजुर्ग आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनवाकर आयुष्मान योजना का लाभ उठा सकते हैं। मसलन उन्हें आयुष्मान योजना के पंजीकरण के लिए आय की सीमा या राशन कार्ड की अनिवार्यता का नियम लागू नहीं होगा। आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए इन्हें बस आधार कार्ड की जरूरत होगी। पूरे देश में 70 साल या उससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों के ही आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनाए जा रहे हैं। हालांकि आयुष्मान योजना को लेकर जो सिफारिशें की गई हैं, उसमें इस उम्र सीमा को घटाकर 60 साल करने की बात कही जा रही है। अगर इसमें बदलाव होता है, तो दिल्ली में 60 साल के बाद ही बुजुर्गों को यह सुविधा मिल सकती है।
