बच्चों को ठंड में कपड़ें पहनाकर सुलाएं, उठते ही ठंडे फर्श पर न चलने दें
बच्चों के प्रति थोड़ी लापरवाही बन सकती है परेशानी का सबब
LP Live, Desk: मौसम बदल रहा है। बढ़ती ठंड में छोटे बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए उनकी देखभाल ही पहला परामर्श है। चिकित्सक लगातार बढ़ती ठंड से बच्चों को बचाने के लिए उन्हें प्राथमिकता पर गर्म कपड़ों से कवर करने की सलाह दे रहे हैँ। वहीं खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण हाेने पर तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लेने की सलाह देते हैं।
इस बार दिसंबर में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री तक गिर गया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि रात के समय ठंड का कहर अधिक हो रहा है। ठंड से बच्चों को बचाना माता-पिता के लिए भी चुनौती बना रहता है, जिससे बच्चें लापरवाही के कारण छोटी-छोटी बीमारियों के शिकार होते है और अभिभावकों को परेशान होना पड़ाता है।
वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. ईश्वर चंद्रा बताते हैं कि बच्चों में सांस के साथ खांसी होने की परेशानी अधिक बढ़ रही है, जिस बीमारी को लेकर प्रतिदिन बच्चें इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। डा. चंद्रा ने बताया कि ठंड लगातार बढ़ रही है। इस बदलते मौसम में ही बच्चों को सुरक्षित बचाकर रखना चुनौती पूर्ण रहता है। उनका कहना है कि बच्चों को इन दिनों गर्म कपड़े पहनाकर रखें। बच्चों को सोते समय कपड़े उतारने की आदत होती है, जो ठंड लगने का कारण बनती है। ध्यान रखें कि बच्चों के सिर, पैर और छापी को विशेष रूप से कपड़ों से ढक कर रखें। छाती का ढका रहना अतिआवश्यक है।
मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए पहनाए पूरी बाजू के कपड़े
वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. ईश्वर चंद्रा ने बताया कि 75 प्रतिशत बीमारियां मच्छरों के काटने से होती है। इसलिए बच्चों काे शाम होने से पूर्व पूरी बाजू के पकड़े पहनाएं। वहीं बच्चों को ठंड के मौसम में सोने से पूर्व कई कपड़ें पहनाएं, क्योंकि उन्हें सोते समय कपड़े उतारने की आदत होती है, सुबह एक दम ठंडे पानी के सेवन और ठंडे फर्श पर चलने से बचाए।