औषधि निरीक्षक सस्पेंड, लखनऊ मुख्यालय में हुई अटैच


LP Live, shamli: भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी औषधि निरीक्षक के खिलाफ शासन ने कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया है । रिश्वत प्रकरण, व्यापारियों को व्यापार बंद कराने की धमकी देने के प्रकरण में डीएम ने डीआइ के विरूद्ध शासन को रिपोर्ट भेजी थी। शासन ने डीआइ निधि पांडेय को निलंबन कर दिया। उन्हें लखनऊ मुख्यालय अटैच किया गया है।

3 साल पहले शामली में मिली थी तैनाती शामली की औषधि निरीक्षक निधि पांडेय की तैनाती करीब तीन साल पहले शामली जनपद में की गई थी। पहली पोस्टिंग होने के बावजूद औषधि निरीक्षक शुरू से ही विवादों के घेरे में रही हैं। चार दिन पहले औषधि निरीक्षक का मेडिकल स्टोर संचालक की दुकान पर निरीक्षण करने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें वे दुकान संचालक के धमकी भरी भाषण का प्रयोग करते हुए मोलभाव करती दिख रही थी। वहीं रुपये न देने पर व्यापार भी बंद कराने की धमकी के प्रकरण सामने आए। डीएम अरविंद कुमार चौहान ने एडीएम न्यायिक को जांच सौंपी थी। हालांकि इससे पहले ही डीएम ने प्रकरण मिलते ही गत 17 सितंबर को निधि पांडेय को रिश्वत प्रकरण में दोषी मानते हुए डीएम ने रिपोर्ट खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन अनुभाग को भेज दी थी। शासन ने 28 दिसंबर को डीआई को निलंबित कर दिया। प्रमुख सचिव पी गुरुप्रसाद ने आदेश जारी करते हुए सहायक औषधि निरीक्षक मुरादाबाद को प्रकरण की जांच के लिए जांच अधिकारी नामित किया है। वहीं निलंबन की अवधि में डीआइ को आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन लखनऊ कार्यालय में संबंद्ध कर दिया गया है।
