बीएसए के लिपिक ने शिक्षिका को कार में बैठाकर पकडी रिश्वत
एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने लिपिक को एक लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा


LP Live, shamli: बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों को निलंबित कर उन्हें रिश्वत लेकर बहाल करने का सिलसिला पिछले कई वर्षों से यूपी में चल रहा है। गुरुवार को ऐसे ही मामले में एक लिपिक निलंबित शिक्षिका को बहाल करने के नाम पर एक लाख रुपये लेता रंगे हाथ धरा गया। शिक्षिका को अपनी निजी कार में बैठा कर लिपिक ने शामली बीएसए के नाम पर एक लाख रुपये रिश्वत पकडी।आरोपी के खिलाफ आदर्श मंडी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पीड़ित शिक्षिका का कहना है कि उनसे बीएसए के नाम पर एक लाख रुपये की रिश्वत ली गई थी।
ऊन ब्लाक के गांव प्रधाननगर स्थित परिषदीय विद्यालय की शिक्षिका रीना को छह महीना पहले अनुपस्थित रहने और अन्य आरोपों के चलते निलंबित कर थानाभवन के भैंसानी गांव के विद्यालय में अटैच कर दिया गया था। काफी समय से रीना अपनी बहाली के लिए बीएसए कार्यालय के चक्कर काट रही थी। आरोप है कि कार्यालय पर तैनात लिपिक परिश्रम सैनी ने उसकी बहाली के लिए एक लाख रुपये की मांग की। रीना ने मामले की जानकारी मेरठ एंटी करप्शन टीम के अधिकारियों को दी। टीम के अधिकारियों ने लिपिक को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई। गुरुवार को लिपिक परिश्रम सैनी से फोन बात कर रीना एक लाख रुपये लेकर बीएसए कार्यालय के निकट पहुुंची। इसी दौरान लिपिक परिश्रम सैनी ने शिक्षिका को अपनी कार में बैठाकर एक लाख रुपये ले लिए। तुरंत एंटी करप्शन की निरीक्षक अंजू भदौरिया के नेतृत्व में टीम ने लिपिक को दबोच लिया तथा एक लाख रुपये की धनराशि भी बरामद कर ली। लिपिक को हिरासत में लेकर आदर्श मंडी थाने पहुंच गई और लिपिक से घंटों पूछताछ की। शिक्षिका ने बताया कि उनसे बीएसए राहुल मिश्रा के नाम पर एक लाख रुपये मांगे गए थे। निरीक्षक महेश कुमार दुबे की तहरीर पर आदर्श मंडी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
