

योग भारत की ऋषि परंपरा का ऐसा मंत्र, दूर होती हैं शरीर की बीमारियां,
LP Live, Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘एक धरती, एक स्वास्थ्य’ थीम पर मनाए जा रहे 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर गोरखनाथ मंदिर में साधकों के साथ सामूहिक योगाभ्यास किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की बधाई दी और कहा कि योग भारत की ऋषि परंपरा का ऐसा मंत्र है जो स्वस्थ काया के साथ स्वस्थ मस्तिष्क भी उपलब्ध कराता है। सीएम योगी ने कहा कि मानव जीवन के चारों पुरुषार्थ धर्म, अर्थ काम, मोक्ष की प्राप्ति स्वस्थ शरीर से ही संभव है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर शनिवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में योगाभ्यास करने के पूर्व योग साधकों, प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि योग भारत की ऋषि परंपरा का ऐसा मंत्र है जो स्वस्थ काया के साथ स्वस्थ मस्तिष्क भी उपलब्ध कराता है। सीएम योगी ने कहा कि मानव जीवन के चारों पुरुषार्थ धर्म, अर्थ काम, मोक्ष की प्राप्ति स्वस्थ शरीर से ही संभव है। स्वस्थ शरीर ही संसार सांसारिक उत्कर्ष और आध्यात्मिक उन्नयन का माध्यम है। धनोपार्जन से लोक कल्याण हो, कामनाओं की पूर्ति हो या फिर मुक्ति का मार्ग, इन सबके लिए स्वस्थ शरीर ही माध्यम है। उन्होंने कहा कि धर्म पालन का साधन बनाने और चारों पुरुषार्थ की प्राप्ति के लिए शरीर को स्वस्थ रखने का कार्य योग से होता है। गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक फतेह बहादुर सिंह, महेंद्रपाल सिंह, विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ल सहित कई अधिकारियों, योग साधकों, प्रशिक्षुओं और जनसामान्य ने योगाभ्यास किया। महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सभागार के अतिरिक्त भवन के बाहर और मंदिर परिसर के विभिन्न हिस्सों में भी सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

पीएम मोदी की पहल को दुनिया ने स्वीकारा
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में पहल कर योग को वैश्विक मान्यता दिलाई। पीएम मोदी के ही प्रयास से 21 जून 2015 से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरुआत हुई। आज भारत ही नहीं, दुनिया के 190 देश योग दिवस से जुड़े हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन भारत की ऋषि परंपरा के प्रति कृतज्ञापित करने और आने वाली पीढ़ी को विरासत से जोड़ने का प्रयास है।
योगमय शरीर से दूर रहती है बीमारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योग से बीमारियों से मुक्ति पाना संभव है। कहा भी गया है, ‘न तस्य रोगो न जरा न मृत्युः प्राप्तस्य योगाग्रिमयं शरीरम्’। (योगाभ्यास से तपा हुआ शरीर रोग, जरा (बुढापा) एवं मृत्यु से मुक्त हो जाता है)। सीएम ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर महायोगी गुरु गोरखनाथ की पावन धरा पर योग के कार्यक्रम से जुड़ने के अवसर को अपने लिए सौभाग्य बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि योग का उत्साह स्वस्थ शरीर और मस्तिष्क के माध्यम से लोक कल्याण, समाज कल्याण और राष्ट्र कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेगा।
योग दिवस पर वृद्धाश्रमों और सर्वोदय विद्यालयों में गूंजे योग के मंत्र
11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगी सरकार के समाज कल्याण विभाग ने एक अनूठी पहल की है। प्रदेश के सभी 75 जिलों में संचालित वृद्धाश्रमों और जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालयों में विशेष योग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम “योगा फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” के तहत आयोजित इन कार्यक्रमों में बुजुर्गों, छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने सामूहिक योगाभ्यास में हिस्सा लिया। योग प्रशिक्षकों ने योग के लाभ और जीवन में इसकी महत्ता पर जागरूकता फैलाई, जिससे समाज के वंचित वर्गों को स्वस्थ और सशक्त बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम बढ़ाया गया। प्रदेश के सभी 75 जिलों में संचालित वृद्धाश्रमों में रहने वाले 6,500 से अधिक बुजुर्गों ने इस अवसर पर योग विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में योगाभ्यास किया। वहीं, सर्वोदय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने अपने शिक्षकों और प्रशिक्षकों के साथ मिलकर सामूहिक योग कर ‘निरोग जीवन’ का संकल्प लिया।
