पूर्ति विभाग के ARO पर लगा वसूली का आरोप, जमकर हंगामा
LP Live, Muzaffarnagar: मुजफ्फरनगर के पूर्ति विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय में मंगलवार को राशन डीलर और एआरओ के बीच ई-केवाईसी को लेकर तीखी बहस हुई। बहस इतनी बढ़ गई कि राशन डीलर ने एआरओ पर प्रति महीने रिश्वत लेने का आरोप लगा दिया। वहीं एआरओ ने राशन डीलर पर झूठे आरोप लगाकर दबाव बनाने की बात कहते हुए उन्हें कुर्सी से उठाकर डीएम के पास चलने की धमकी दी। सूचना पर डीएसओ भी वहां पहुंच गए और दोनों को शांत कराया। मामला राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल के पास पहुंचने के बाद एआरओ पर कार्रवाई के निर्देश दिए।
पूर्व सभासद और राशन डीलर राजकुमार सिद्धार्थ मंगलवार को क्षेत्रीय पूर्ति कार्यालय में पहुंचे। उन्होने एआरओ अश्वनी कुमार ने ई-केवाइसी के लिए लगातार आ रहे कार्यालय कर्मचारियों के दबाव को लेकर नाराजगी जताई। इस बात पर एआरओ ने उन्हें केवाइसी कर अपात्र राशन कार्ड कटवाने के कार्य में प्रगति लाने को कहा। इसके बाद राशन डीलर एआरओ पर भड़क गए। इतने में एआरओ ने कोटेदार को नसीहत कर दी। इसके बाद दोनों में तीखी बहस शुरू हो गई। बात यहां तक बढ़ गई कि कोटेदार राजकुमार सिद्धार्थ ने एआरओ पर आरोप लगाया कि वह ई-केवाईसी के नाम पर कोटेदारों पर दबाव बना रहे हैं। कोटेदारों से प्रति महीने तीन हजार रुपये लिए जा रहे हैं। इसके बाद मामला और अधिक बढ़ गया। एआरओ एश्वनी कुमार ने कोटेदार को कुर्सी से उठा दिया और डीएम के पास चलने के लिए बोला। इसके बाद दोनों पक्ष डीएम के पास पहुंचे, लेकिन वह अपने कार्यालय में नहीं मिले। कुछ ही देर में डीएसओ राघवेंद्र सिंह भी वहां पहुंच गए। एआरओ को शांत कर कोटेदार से वार्ता की और मामला शांत किया। डीएसओ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि नगर क्षेत्र में ई-केवाईसी चल रही है। अपात्रों के कार्ड काटे जा रहे हैं, जिसको लेकर कोटेदार और एआरओ में बहस हुई। दोनों को शांत कर नियमानुसार कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
धरने पर बैठने की तैयारी कर रहे कोटेदार
मल्हुपुरा के कोटेदार राजकुमार सिद्धार्थ का कहना है कि वह दो बार सभासद रह चुके हैं और भाजपा के नेता है। उन्होंने बताया कि यह दुकान उन्हें राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने दिलाई थी। एआरओ को हटवाने के लिए वह राज्यमंत्री से मिले हैं। यदि एआरओ को नहीं हटाया गया तो वह धरने पर बैठेंगे।