टोगो के शिष्टमंडल ने लिया संसदीय प्रक्रियाओं और परंपराओं का प्रशिक्षण
LP Live, New Delhi: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भारत और टोगो के आपसी सामाजिक और आर्थिक विकास के सहयोग को सुदृढ़ करने पर बल देते हुए कहा कि दोनों देश इसके लिए प्रतिबद्ध है। यह बात उन्होंने टोगो के मंत्रियों, सांसदों, संवैधानिक न्यायालय के न्यायाधीशों और सलाहकारों के प्रतिनिधिमंडल से हुई मुलाकात के दौरान कही।
संसद भवन में टोगो शिष्टमंडल की स्वागत करते हुए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि भारत और टोगो के बीच हमेशा से सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंध रहे हैं और भारत ने टोगो के सामाजिक आर्थिक विकास में अपना पूरा सहयोग दिया है। बिरला ने आश्वासन दिया कि भारत भविष्य में भी टोगो को अपना पूर्ण सहयोग देने को तैयार हैं। बिरला ने भारतीय संसदीय लोकतंत्र की सुदृढ़ समिति प्रणाली के बारे में भी बात की, जो लघु संसद के रूप में कार्य करती है। उन्होंने कहा कि समितियों के विचारों और इसकी रिपोर्ट को बहुत महत्व दिया जाता है और संसदीय लोकतंत्र के अध्ययन के लिए इनका शैक्षणिक महत्व भी है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम
लोकसभा सचिवालय के पीआरआईडीई द्वारा टोगो के मंत्रियों, संसद सदस्यों तथा न्यायाधीशों के लिए चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम पर बिरला ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिष्टमंडल ने भारत की संसद के दोनों सदनों के कार्यों और उनकी शक्तियों के बारे में जाना, संसदीय प्रक्रियाओं और परंपराओं के बारे में जानकारी प्राप्त की, संसदीय समितियों के विषय में अध्ययन किया और भारत की न्याय व्यवस्था के विषय में भी उनको जानकारी दी गई, जो उन के लिए अत्यंत लाभदायक रहेगा।
बढ़ेगी टोगो संसद की शक्तियां
टोगो में नए संविधान के निर्माण की प्रक्रिया की जिक्र करते हुए बिरला ने आशा व्यक्त की कि टोगो में जो संवैधानिक परिवर्तन किए जा रहे हैं, उससे वहाँ की संसद की शक्तियां बढ़ेंगी। वर्तमान में टोगो में राष्ट्रपति शासन व्यवस्था है जिसमें परिवर्तन कर अब वहाँ संसदीय लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था लागू की जा रही है जो एक सकारात्मक परिवर्तन होगा और इससे लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी। संसदीय प्रणाली पर जोर देते हुए श्री बिरला ने उल्लेख किया कि लोकतंत्र में संसद ही नागरिकों की सार्वभौम आकांक्षाओं का प्रतिबिंब होती है।
प्रशिक्षण के लिए जताया आभार
पब्लिक सर्विस, लेबर और सोशल डाइलॉग के मंत्री, गिल्बर्ट बावरा के नेतृत्व में भारत यात्रा पर आए टोगो शिष्टमंडल ने अत्यधिक आभार और प्रसन्नता व्यक्त करते हुए भारतीय संसद में आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने यह भी कहा कि टोगो अपने संविधान का निर्माण कर रहा है, इसलिए यह कार्यक्रम उनके लिए अमूल्य रहा है। सदन की कार्यवाही को प्रत्यक्ष रूप से देखने से उन्हें संसदीय लोकतांत्रिक प्रणाली को समझने में मदद मिली। उन्होंने इतनी बड़ी सभा के प्रबंधन में अध्यक्ष महोदय की असाधारण कुशलता की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने भारत द्वारा विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दिए गए समर्थन और विशेष रूप से जी-20 में अफ्रीकी संघ के प्रवेश का समर्थन करने के लिए आभार व्यक्त किया।