12 साल से फरार पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन दबोचा


LP Live, Muzaffarnagar: 12 साल से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी सिसौली के पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन को भौराकलां पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी इनामी के खिलाफ वर्ष 2011 में हत्या के मामले में गिरफ्तारी वारंट व वर्ष 2014 में हत्या व साजिश के मामले में कोर्ट से स्थायी वारंट जारी हुआ था, लेकिन वह तभी से फरार चल रहा था। कोर्ट ने उसे मफरुर घोषित कर रखा था। पुलिस ने उसे घर से ही गिरफ्तार किया है।
गुरुवार को क्राइम ब्रांच व भौराकलां पुलिस की सयुंक्त टीम ने पिछले 12 साल से कोर्ट से मफरुर व 25 हजार के इनामी अपराधी यशपाल पुत्र महक सिंह निवासी कस्बा सिसौली थाना भौराकलां को उसके घर से गिरफ्तार किया गया है। यशपाल बंजी सिसौली से नगर पंचायत का चेयरमैन रह चुका है। पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन वर्ष 2011 में प्रदीप छत्री की हत्या में शामिल रहा था। पुलिस ने उसके खिलाफ मफरुरी में चार्जशीट दाखिल की थी। उसके बाद वर्ष 2014 कस्बा में राजेन्द्र की हत्या कर दी गयी थी। हत्या में पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन यशपाल बंजी, मनोज उर्फ बिट्टु समेत 10 लोगों को नामजद किया गया था। पुलिस ने इस मामले में मनोज के खिलाफ वर्ष 2016 में चार्जशीट दाखिल की थी। अन्य सभी की नामजदगी गलत पायी गयी थी। हालांकि बाद में धारा 319 सीआरपीसी के तहत वारंट कोर्ट ने जारी किए थे। पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन के अलावा सभी वारंट के आधार पर जेल गए थे। उसके बाद वर्ष 2018 में कोर्ट ने धारा 299 सीआरपीसी में उसके स्थाई वारंट जारी किए थे। तभी से वह लगातार फरार चल रहा था। कोर्ट ने उसे मफरुर भी घोषित कर रखा था। एसएसपी अभिषेक सिंह ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था। एसपी देहात आदित्य बंसल ने बताया कि गुरुवार को क्राइम ब्रांच व भौराकलां पुलिस ने फरार चल रहे 25 हजार के इनामी यशपाल को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है।

दो बार रहे चुका नगर पंचायत चेयरमैन
गिरफ्तार 25 हजार के इनामी पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन सिसौली की नगर पंचायत पर दो बार अपना कब्जा जमा चुके है। वर्ष 2007 में यशपाल बंजी सिसौली की नगर पंचायत से चेयरमैन रह चुका है।उसके बाद उसकी पत्नी नगर पंचायत अध्यक्ष रही है। वहीं उनके विपक्षी सुरेन्द्र छत्री दो बार और वर्तमान में सुरेन्द्र छत्री की पत्नी सुभाषिनी देवी नगर पंचायत अध्यक्ष है।
गिरफ्तार आरोपी पर 8 मामले दर्ज
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार 25 हजार के इनामी अपराधी भौराकलां थाने में आठ मामले दर्ज है। हत्या, हत्या के प्रयास, बलवा समेत आठ मामले दर्ज है। पूर्व नगर पंचायत चेयरमैन ने वर्ष 2011 में सुरेन्द्र छत्री के भाई प्रदीप छत्री में नामजद किय गया था। उसके बाद राजेन्द्र की हत्या वर्ष 2014 में नामजदगी हुई थी। उसके बाद इस राजेन्द्र की हत्या में वादी व उसके भाई ऋषिपाल की हत्या में नाम आया था। हालांकि बाद में उसकी नामजदगी गलत पायी गयी थी।
