हाथरस हादसा: मुख्य आयोजक पर एक लाख रुपए का ईनाम घोषित
दो महिला समेत 6 सेवादार गिरफ्तार, आपराधिक साजिश की भी विवेचना


गिरफ्तार सेवादारों ने पुलिस के समक्ष किये कई चौंकाने वाले खुलासे
LP Live, Lucknow: हाथरस हादसे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मोर्चा संभालने के बाद यूपी पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई के दौरान दो महिला समेत 6 सेवादारों की गिरफ्तारी हुई है। वहीं फरार मुख्य सेवादार एवं आयोजक देव प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी के लिए एक लाख रुपये का ईनाम घोषित कर दिया गया है।
यूपी के हाथरस जिला प्रशासन और पुलिस के अनुसार सिकंदराराऊ में सत्संग में भगदड़ के कारण हुए हादसे में सत्संग आयोजन समिति से जुड़े 4 पुरुष तथा 2 महिलाएं शामिल हैं। इन गिरफ्तार सेवादारों में राम लडैते यादव (मैनपुरी), मंजू यादव (हाथरस), उपेंद्र सिंह यादव (फिरोजाबाद), मंजू देवी यादव (हाथरस), मेघ सिंह (हाथरस) और मुकेश कुमार (हाथरस) शामिल हैं। वहीं, पुलिस ने मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं। उन्होंने श्रद्धालुओं को भोले बाबा के चरणरज लेने के लिए अनियंत्रित छोड़ दिया, जिसके बाद भगदड़ मच गई। हालात खराब देखकर ये सेवादार भाग निकले।
मालूम हो कि सोमवार को घटी इस घटना में उत्तर प्रदेश के साथ-साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा के कुल 121 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई थी, जिसमें अधिकांश महिलाएं शामिल हैं। विवेचना में यह भी प्रकाश में आया है कि यह लोग पुलिस प्रशासन को आयोजन की फोटो, वीडियो बनाने से रोकते थे एवं उनके साथ अभद्रता करते थे। पुलिस द्वारा ये भी विवेचना की जा रही है कि इन सेवादारों में से किसी के द्वारा कोई आपराधिक साजिश तो नहीं की गई है।

सेवादारों ने ये किये खुलासे
अलीगढ़ मंडल के आईजी शलभ माथुर ने बताया कि अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया है कि वे आयोजन समिति के सदस्य हैं एवं सेवादार के रूप में कार्य करते हैं। इनका मुख्य कार्य सत्संग कमेटी में भीड़ इकट्ठा करना और चंदा इकट्ठा करना है। साथ ही ये बैरिकेटिंग द्वारा भीड़ नियंत्रण, श्रद्धालुओं को धूप व गर्मी से बचाने के लिए पांडाल की व्यवस्था, वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था, कार्यक्रम स्थल पर खड़ंजा, बिजली की आपूर्ति हेतु जेनरेटर की व्यवस्था, सफाई इत्यादि की व्यवस्था भी करते हैं। कार्यक्रम के आयोजन के लिए इन लोगों को विभिन्न प्रकार की वर्दी दी गई है। भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा के लिए महिलाओं एवं पुरुषों को काले रंग की कमांडो ड्रेस व एकरूपता के लिए पिंक ड्रेस भी दी जाती है, जिससे वो भीड़ को अपने हिसाब से नियंत्रित कर सकें।
न्यायिक जांच आयोग गठित
योगी सरकार ने हाथरस में हुए हादसे की न्यायिक जांच के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस बृजेश कुमार श्रीवास्तव (द्वितीय) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया गया है। प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल द्वारा बुधवार रात इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया। इस न्यायिक जांच आयोग में रिटायर्ड आईएएस हेमन्त राव और रिटायर्ड आईपीएस भवेश कुमार सिंह को सदस्य नियुक्त किया गया है। न्यायिक जांच आयोग का मुख्यालय लखनऊ में होगा। आयोग इस नोटिफिकेशन के जारी होने की तारीख से दो माह की अवधि के भीतर जांच पूरी करेगा। इसकी अवधि में किसी प्रकार का परिवर्तन राज्य सरकार के आदेश पर किया जा सकेगा।
