उत्तर प्रदेशराजनीति

यूपी: सभी आठ सीटो पर क्यों हुआ कम मतदान!

साल 2019 के चुनाव की तुलना में कम दर्ज किया गया मतदान

कम वोटिंग ने बढ़ाई सियासी दलों की चिंता
LP Live, New Delhi: लोकसभा चुनाव के पहले चरण में उत्तर प्रदेश की सभी आठ सीटों पर साल 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार मतदान में बेहद कमी दर्ज की गई है। इस बार मतदान में पहले जैसा उत्साह न होने के राजनीतिक गलियारों में कई मायने लगाए जा रहे हैं।

पश्चिम उत्तर प्रदेश की आठ लोकसभा सीटो के लिए शुक्रवार को पहले चरण में वोट ड़ाले गये। इस बार मतदान के लिए उत्साह देखने को कम मिला, जिसके कारण मतदान में बेहद कमी दर्ज की गई है। पिछले चुनाव में भाजपा ने इन आठ सीटों में से केवल तीन सीटे जीती थी और चौथी सीट रामपुर में हुए उपचुनाव में भाजपा के हाथ लगी थी। इस बार भाजपा के मिशन आठों सीटें जीतना है। लेकिन इस बार सभी सीटों पर कम वोटिंग ने भाजपा, सपा व अन्य दलों के लिए चिंता को बढ़ा दिया है।

कैसा रहा मतदान
सहारपुर लोकसभा सीट पर पिछले चुनाव में 70.87 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो इस बार केवल 63.29 प्रतिशत रह गया है। इसी प्रकार मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर इस बार 54.91 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है ,जो साल 2019 के लोकसभा चुनाव में 68.42 था। कैराना लोकसभा सीट पर पिछले चुनाव में 67.45 प्रतिशत के मुकाबले इस बार 58.68 प्रतिशत मतदान हुआ।

इसी प्रकार बिजनौर लोकसभा सीट पर पिछले चुनाव के 66.22 प्रतिशत के मुकाबले इस बार 54.68 प्रतिशत मतदान हो सका है। इसी जिले की नगीना लोकसभा के लिए पिछले चुनाव में 63.66 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो इस बार 58.05 प्रतिाशत रह गया है। मुरादाबाद लोकसभा सीट पर पिछले चुनाव में 65.46 प्रतिाश्त तथा इस बार केवल 57.65 प्रतिशत मतदान हुआ। रामपुर लोकसभा सीट पर भी मतदान में गिरावट दर्ज की गई है, जो पिछले चुनाव मे 63.19 प्रतिशत के मुकाबले 52.42 प्रतिशत रह गया है। जबकि पीलीभीत लोकसभा सीट पर इस बार 60.23 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले चुनाव में 67.41 प्रतिशत था।

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