सरकारी नौकरियों के बजाए निजी क्षेत्र में रोजगार के लिए युवाओं का हो रहा है कौशल विकास
LP Live, Chandigarh: बेरोजगारी दर के मामले में हरियाणा पर लगे कलंक के बादल छंटने लगे हैं। यानी हरियाणा में बेरोजगारी दर में तेजी से कमी देखी गई है। ताजा राष्ट्रीय श्रमबल सर्वेक्षण में हरियाणा में बेरोजगारी दर 6.5 फीसदी दर्ज की गई है। मसलन मनोहर सरकार सरकारी नौकरियों के बजाए निजी क्षेत्र की नौकरियों में युवाओं का कौशल विकास करने में जुटी है, जिसका नतीजा सकारात्मक रुप से सामने आया है।
हरियाणा सरकार के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश में बेरोजगारी के कलंक को हटाने के लिए ठोस प्रयास किए हैं, जहां युवाओं को न केवल सरकारी नौकरियां दी जा रही है, बल्कि इससे ज्यादा निजी क्षेत्र में रोजगार के लिए युवाओं का कौशल विकास भी किया जा रहा है। पिछले नौ साल में प्रदेश में अब तक 1.10 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है। वहीं हाल ही में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस वर्ष 60 हजार नौकरियां देने की घोषणा की है, जिनमें से 41217 पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत भी प्रदेश मंत करीब एक लाख कर्मचारी काम कर रहे हैं। उधर सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय के अप्रैल से जून 2023 के मध्य के आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण में यह खुलासा किया गया है कि हरियाणा की बेरोजगार दर घटकर 6.5 फीसदी आ गई है, जो इससे पहले हरियाणा में देश में सबसे ज्यादा बेरोजगार दर आंकी जाती रही है।
योजनाओं के जरिए रोजगार सृजन
हरियाणा में औद्योगिक प्रगति के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। आए दिन नई-नई कंपनियां प्रदेश में निवेश कर रही हैं जिनमें हरियाणा के युवाओं को रोजगार मिल रहा है। इसके अलावा प्रदेश सरकार की योजनाओं की बदौलत कई युवा स्वरोजगार का रास्ता भी अपना रहे हैं। प्रवक्ता के मुताबिक निजी क्षेत्र में वर्ष 2014 से अब तक उद्योगों में 12 लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिले हैं। वहीं 16.85 लाख लोगों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लाभ दिया जा चुका है। इसके अलावा प्रधानमंत्री स्वनिधि स्कीम के तहत 38 हजार युवाओं को रोजगार मिला है। सक्षम युवा योजना के जरिए 1.71 लाख, सक्षम सारथी योजना मे 78 हजार, अंत्योदय उत्थान मेलों के जरिए 34 हजार और रोजगार मेलों के जरिए 27 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है। हरियाणा के युवाओं के लिए निजी क्षेत्र में नौकरियों में 75 प्रतिशत आरक्षण भी दिया है।
निजी क्षेत्र में मिला 33 लाख को रोजगार
प्रवक्ता ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद से कुल 33 लाख से अधिक युवा या तो निजी क्षेत्र में रोजगार में लगे हैं या फिर उन्होंने सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर स्वरोजगार का रास्ता अपनाया है। इसके अलावा भी बहुत से ऐसे लोग हैं जन्हिोंने बिना किसी योजना या सरकारी सहायता के अपना स्वरोजगार शुरू किया है क्योंकि जब अर्थव्यवस्था बढ़ती है तो रोजगार के बहुत से अवसर पैदा होते हैं और लोग इन अवसरों का लाभ उठाते हुए अपना उपक्रम शुरू करते हैं।