संसद के बजट सत्र में बढ़े हंगामे के आसार, विपक्ष उठाएगा कई मुद्दे
सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने की महाकुंभ भगदड़ पर चर्चा की मांग
राष्ट्रपति अभिभाषण से शुक्रवार को शुरु होगा बजट सत्र
एक फरवरी को पेश होगा आम बजट, सरकार के एजेंडे में 16 विधेयक शामिल
LP Live, New Delhi: शुक्रवार 31 जनवरी से संसद के बजट सत्र की शुरुआत होगी। बजट सत्र से पहले केंद्र सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सरकार इस सत्र के लिए सरकार के एजेंडे में आम बजट के अलावा पहले से सूचीबद्ध 19 बिजनेस तथा 16 महत्वपूर्ण विधेयक शामिल है, जिनकी जानकारी सभी राजनीतिक दलों को इस बैठक में दी गई।
संसद के बजट सत्र से पहले शुक्रवार को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न दलों को सरकार के विधायी एजेंडे के अलावा सत्र के दौरान उनके द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों पर जानकारी दी गई। इस सर्वदलीय बैठक में 36 दलों के 52 नेता शामिल हुए, जिनमें प्रमुख रुप से संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू, भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, कांग्रेस के गौरव गोगोई और जयराम रमेश, द्रविड़ मुनेत्र कषगम के टी.आर. बालू, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय और डेरेक ओ ब्रायन, तेलुगू देशम पार्टी से सांसद दग्गुमल्ला प्रसाद राव, युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के सांसद मिथुन रेड्डी समेत कई नेताओं ने हिस्सा लिया। सरकार द्वारा इस बजट सत्र में लाए जाने वाले विधेयकों में वक्फ और इमीग्रेशन से जुड़े बिल भी शामिल हैं, जो सबसे अहम और महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं। संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने बैठक खत्म होने के बाद बताया कि सभी दलों के फ्लोर लीडर ने बैठक में विभिन्न मुद्दों को उठाने की भी मांग की। इस सर्वदलीय बैठक में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा, कांग्रेस के गौरव गोगोई और जयराम रमेश, द्रविड़ मुनेत्र कषगम के टी.आर. बालू, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय और डेरेक ओ ब्रायन समेत कई नेताओं ने हिस्सा लिया। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू भी बैठक में शामिल हुए।
राष्ट्रपति अभिभाषण से शुरु होगा बजट सत्र
संसद का बजट सत्र शुक्रवार 31 जनवरी को शुरू हो रहा है, जो दो भागों में 4 अप्रैल, 2025 को समाप्त होगा। पहला भाग 31 जनवरी से से 13 फरवरी 2025 तक तथा दूसरा भाग 10 मार्च से 4 अप्रैल, 2025 तक होगा। बजट सत्र की शुरुआत संविधान सदन के केंद्रीय कक्ष में 31 जनवरी शुक्रवार को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ होगी। इसके बाद लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारण’ आर्थिक सर्वेक्षण’ पेश करेंगी। जबकि शनिवार को लोकसभा में सीतारमण आम बजट पेश करते हुए बजट भाषण देंगी। इसके बाद सोमवार 3 फरवरी को लोकसभा और राज्यसभा राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरु की जाएगी। इस बजट सत्र सरकार कई बिल लाने की तैयारी में है। संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि बजट सत्र के लिए कुल 16 बिल और 19 बिजनेस पहले से ही संसद में सूचीबद्ध हैं।
बैठक में उठा प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा
सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने प्रयागराज महाकुंभ हादसे और अव्यवस्था का मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि महाकुंभ हादसे की वजह राजनीतिक पर्यटन और वीवीआईपी व्यवस्था है। समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि राजनीतिक पर्यटन की वजह से महाकुंभ में हादसा हुआ है। कांग्रेस ने भी बैठक में कुंभ हादसे का मामला उठाते हुए संसद में चर्चा की मांग की। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि कुंभ का कभी ऐसा घटिया राजनीतिक इस्तेमाल नहीं देखा। आरजेडी सांसद मनोज झा ने भी कहा कि इस बार कुंभ में धर्म और धर्मांधता का फर्क मिट गया। केंद्र सरकार ने कहा कि वह इस मामले समेत विपक्ष के हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है, लेकिन किस मुद्दे पर चर्चा होगी और कितने घंटे होगी ये सदन की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में तय होगा।
एक देश-एक चुनाव पर जेपीसी का समय बढ़ाने की मांग
सरकार की सहयोगी जेडीयू ने बैठक में एक देश एक चुनाव पर बनी जेपीसी का समय बढ़ाने की मांग की। वहीं सदन में एआई पर चर्चा की भी मांग की। वक्फ पर बनी जेपीसी के काम करने के तरीके पर भी सवाल उठाते हुए विपक्षी दलों ने संविधान, आर्थिक स्थिति, रोजगार, मणिपुर और रुपये के गिरती कीमत जैसे मुद्दे भी बैठक में उठाकर संसद सत्र में चर्चा की मांग की।