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यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरु: विपक्ष पर जमकर बरसे सीएम योगी

मुख्यमंत्री ने सपा, कांग्रेस व विपक्षी दलों को दिखाया आईना

भारत में राम-कृष्ण व बुद्ध की परंपरा ही रहेगी
संभल में कई मस्जिदों पर अवैध सब स्टेशन बनाकर फ्री कनेक्शन बांटे गए थेः मुख्यमंत्री
LP Live, Lucknow: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल, बहराइच, संविधान, सांप्रदायिक दंगों पर सीएम ने विपक्षी दलों की घेराबंदी करके समाजवादी पार्टी, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों को आईना दिखाया और दंगों की सच्चाई बताकर खासतौर से सपा के मुहं पर ताला जड़ दिया। मुख्यमंत्री ने स्प्ष्ट किया कि भारत में राम-कृष्ण व बुद्ध की परंपरा ही रहेगी, बाबर और औरंगजेब की नहीं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष पर हमला बोलते हुए दलील दी कि खासतौर से मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें बाबा साहब आंबेडकर के मूल संविधान की प्रस्तावना को पढ़ना चाहिए और मौलिक अधिकारों को देखना चाहिए। जब वे अलग-अलग पृष्ठों का अवलोकन करेंगे तो आपको उसमें राम भी नजर आएंगे और कृष्ण भी, लंका दहन के उपरांत बजरंग बली भी नजर आएंगे और ज्ञान का उपदेश देने वाले बुद्ध भी नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि भारत की समृद्ध परंपरा का दर्शन आपको उसी संविधान में मिलेगा, लेकिन उस मूल संविधान में कहीं भी धर्मनिरपेक्ष, पंथनिरपेक्ष या समाजवाद शब्द नहीं है। सीएम ने कहा कि भारत अकेला देश है, जहां बहुसंख्यक समाज अपने लिए विशेष अधिकार की नहीं, बल्कि समान नागरिक कानून की मांग कर रहा है। सीएम ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश के समान नागरिक कानून के बयान की वकालत की तो राज्यसभा के सभापति (उपराष्ट्रपति) के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस पर भी सपा-कांग्रेस को घेरा। सीएम ने कहा कि यह लोग गन प्वाइंट पर संवैधानिक संस्थाओं से अपनी बात मनवाना चाहते हैं।

संभल हिंसा पर क्या बोले योगी
सीएम योगी ने सदन में बोलते हुए कहा कि संभल में जैसे ही आपके खटाखट की असलियत सामने आई, जनता ने कहा सफाचट। उपचुनाव में 9 में से 7 पर भारतीय जनता पार्टी और एनडीए गठबंधन जीता है। सीएम योगी ने पूर्व में प्रदेश में हुए दंगों की याद दिलाते हुए कहा कि दंगों के कारण प्रदेश का माहौल लगातार खराब हुआ। योगी ने कहा कि संभल में तुर्क व पठान का विवाद चल रहा है। शफीकुर्रहमान बर्क खुद को भारत का नागरिक नहीं, बल्कि बाबर का संतान कहते थे। सीएम ने कहा कि बहराइच व संभल की घटना में प्रशासन की कार्रवाई न्यायसंगत तरीके से बढ़ रही है। संभल की घटना में ज्यूडिशियल कमीशन गठित किया गया है। इसके सदस्य बयान लेंगे, सबकी बात सुनेंगे और सच को सामने लेकर आएंगे। सीएम योगी ने कहा कि 2025 में जब दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक, धार्मिक और सामाजिक उत्सव महाकुम्भ होने जा रहा है, ऐसे में वह विपक्ष के अपने साथियों से कहना चाहते हैं कि प्रदेश के माहौल को अपने वक्तव्यों और करतूतों से खराब न करें। उन्होने चेताया कि किसी प्रकार की अराजकता, पत्थरबाजी के खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा। जो माननीय न्यायालय में आदेश दिया है, उसके खिलाफ कानून को हाथ में लेकर कानून को ठेंगा दिखाने का प्रयास करेगा उससे सख्ती से निपटने का कार्य किया जाएगा।

सांप्रदायिक दंगों में 99 फीसदी तक आई कमी
मुख्यमंत्री ने एनसीआरबी डेटा के आंकड़ों के मुताबिक बताया कि 2017 से लेकर अब तक प्रदेश में सांप्रदायिक दंगों में 97 से 99 फीसदी तक की कमी आई है। 2017 से अब तक यूपी में दंगे नहीं हुए हैं, जबकि 2012 से 2017 (सपा कार्यकाल) तक प्रदेश में 815 सांप्रदायिक दंगे और 192 लोगों की मौत हुई। 2007 से 2011 के बीच 616 सांप्रदायिक घटनाएं हुईं, इसमें 121 लोगों की मौत हुई। संभल में 1947 से लगातार माहौल खराब किया गया । 1947 में एक मौत और 1948 में छह लोग मारे जाते हैं। 1958-1962 में दंगा, 1976 में पांच लोगों की मौत हुई थी। 1978 में 184 हिंदुओं को सामूहिक रूप से जला दिया गया था। अनवरत कई महीनों तक कर्फ्यू लगा। 1980-1982 में दंगा और एक-एक की मौत हुई। 1986 में चार लोग मारे गए।1990-1992 में पांच, 1996 में दो मौत हुई। लगातार यह सिलसिला चलता रहा। 1947 से अब तक संभल में 209 हिंदुओं की हत्या हुई। 1978 के दंगे में वैश्य के हाथ, पैर, गला तक काट दिया गया। सीएम ने सदन को आश्वस्त भी किया कि पत्थरबाजी व माहौल खराब करने वाला एक भी दंगाई बचने वाला नहीं है।

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