यूपी: मेरठ में मुठभेड़ में मारा गया लॉरेंस बिश्नोई गैंग का गुर्गा
हरियाणा के झज्जर के गैंगेस्टर पर था एक लाख का इनाम, पेरोल से फरार था


हरियाणा, दिल्ली व यूपी के जिलों में दर्ज हैं आठ मुकदमें
LP Live, Meerut: यूपी एसटीएफ ने मेरठ पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में मेरठ के मुंडाली थाना क्षेत्र में हुए एक मुठभेड़ के दौरान एक लाख का इनामी बदमाश जीतू उर्फ जितेंद्र मारा गया है, जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य था, जो दिल्ली, हरियाणा और यूपी की पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए सुपारी लेकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले हरियाणा में जिला झज्जर के गांव आसौंदा सिवान गांव के रहने वाले जीतू उर्फ जितेंद्र पर विभिन्न धाराओं में हरियाणा, दिल्ली व गाजियाबाद के पुलिस थानों में आठ मुकदमे दर्ज हैं। जीतू ने 2016 में झज्जर में दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था, जिसमें उसे आजीवन कारावास हो गया था। इसी मुकदमें में वह साल 2023 में पैरोल पर आया था, लेकिन पैरोल जंप करके वह फरार हो गया और सुपारी लेकर गाजियाबाद के थाना तिलामोड़ में कई गोली मारकर हत्या कर दी थी। यह भी बताया गया है कि जेल में रहते हुए वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आ गया और फरारी के बाद उसी गैंग के सदस्यों के साथ अपराधों को अंजाम देने लगा।
यूपी पुलिस को थी तलाश
मेरठ के एसएसपी डॉक्टर विपिन ताड़ा ने मुठभेड़ में उसके मारे जाने की पुष्टि की। मेरठ एसटीएफ के एएसपी ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि जितेंद्र उर्फ़ जीतू पर हरियाणा, दिल्ली और यूपी में कुल आठ आपराधिक मामले दर्ज थे। पुलिस के मुताबिक सूचना मिली थी कि जीतू मेरठ के मुडाली इलाके के जंगल में है। इसके बाद एसटीएफ व मेरठ पुलिस घेराबंदी शुरु की और बुधवार भोर करीब 4 बजे जीतू को फोर्स ने घेर लिया। मेरठ के थाना मुंडाली क्षेत्र में मुठभेड़ हो गई, जिसमें एक बदमाश गंभीर रूप से घायल हुआ, जिसे उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसकी पहचान जीतू ऊर्फ जितेन्द्र के तौर पर हुई और वह एक लाख का ईनामी जीतू उर्फ जितेन्द्र के रुप में हुई।
आजीवन सजायाफ्ता था जीतू
पुलिस के अनुसार थाना सदर, बहादुरगढ़ झज्जर हरियाणा (29 अगस्त 2018 को) पांच साल की सजा कोर्ट से हुई थी। फिर 3-फरवरी 18 को कोर्ट से उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। उसे कोर्ट से दस वर्ष की सजा भी सुनाई जा चुकी है। पैरोल से फराह होने के बाद वह दिल्ली, हरियाणा और यूपी की पुलिस के लिए सिरदर्द बने कुख्यात अपराधी और एक लाख के इनामी बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू को यूपी एसटीएफ ने मुठभेड़ में ढेर करके राहत की सांस ली।
